Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पक्ष और विपक्षी दलों के नेताओं के बीच जुबानी हमले और तेज हो गए हैं. इस बीच महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने पूर्व की महाविकास अघाड़ी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि वो सुनियोजित तरीके से देवेंद्र फडणवीस और मुझे गिरफ्तार करना चाहते थे.
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ इंटरव्यू में सीएम शिंदे ने कहा, ''बीजेपी को तोड़ने और उसे बैकफुट पर लाने के लिए, महाविकास अघाड़ी सरकार ने देवेंद्र फडणवीस को गिरफ्तार करने की योजना बनाई थी और जब मैंने विरोध किया, तो उन्होंने मुझे भी गिरफ्तार करने की योजना बनाई.''
आईपीएस अधिकारी परमवीर सिंह के इस आरोप पर कि पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे को गिरफ्तार करना चाहती थी, महाराष्ट्र के सीएम ने कहा, ''इसी बात पर मुझे दुख है. उन्होंने हर चीज़ की योजना बनाई थी.''
उन्होंने आगे कहा, ''जब मैंने इसे गलत काम बताते हुए विरोध किया तो उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है, यह सब ठीक है. उन्होंने हमें परेशान किया था, इसलिए हमें ये सब करना होगा और हम करेंगे. यह शहरी भूमि बिक्री के मामले में मुझे भी फंसाने की योजना बनायी. मुझे कुछ संदेह था क्योंकि मैंने कुछ अधिकारियों से इसके बारे में सुना था लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मुझे उनकी पूरी योजना के बारे में पता चला.''
सीएम शिंदे ने आरोप लगाते हुए आगे कहा, ''महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गढ़चिरौली के नक्सलियों से जान से मारने की धमकी मिलने के बाद भी उन्हें जेड प्लस सुरक्षा देने से इनकार कर दिया था. जब मैं शहरी विकास मंत्री था, तो मैंने गढ़चिरौली के विकास के लिए प्रस्ताव पारित किया था, जिसके लिए नक्सलियों ने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी.''
महाराष्ट्र के सीएम ने कहा, ''जब वह (उद्धव ठाकरे) मुख्यमंत्री थे, उन्हें उनके कार्यालय के काम में हस्तक्षेप करने का अधिकार था, इसलिए उनके हस्तक्षेप से कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन फिर उनके परिवार के सदस्यों को इसमें हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया जो उचित नहीं था. जब मैंने इस बारे में कहा तो कुछ दिनों के बाद वो अजीब व्यवहार करने लगे, इससे मुझे दुख हुआ.''
लोकसभा चुनाव के नतीजों पर चर्चा करते हुए शिंदे ने कहा, ''शिवसेना के मेन वोटर्स यूबीटी गुट से ट्रांसफर हो गए और उन्हें (शिवसेना-यूबीटी) जो भी वोट मिले वे अल्पसंख्यकों से थे, जो कांग्रेस के थे और अस्थायी हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान महायुति गठबंधन के नतीजे पर बोलते हुए शिंदे ने कहा, 'अगर हम प्रतिशत के आधार पर वोटों को देखें तो हमारा प्रतिशत अधिक है. महायुति और महा विकास अघाड़ी के बीच सिर्फ 0.2 से 0.3 का अंतर है.''
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