CM Eknath Shinde In Satara: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा है कि अगर शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ उनके विद्रोह के दौरान कुछ गड़बड़ हो जाती तो वह और अन्य बागी विधायक ‘शहीद’ हो गये होते. शिंदे मुख्यमंत्री बनने के बाद गुरुवार को पहली बार पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा (Satara) जिले में अपने पैतृक गांव डारे का दौरा करने के बाद संबोधित कर रहे थे. शिंदे ने जून में शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी सरकार के खिलाफ अपने विद्रोह के घटनाक्रम को याद करते हुए कहा कि उन्हें खुद की चिंता नहीं थी लेकिन पता था कि उनके ऊपर 50 विधायकों की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, ‘‘आखिरी क्षण तक सभी बस यही चाहते थे कि कुछ गलत नहीं हो. अगर कुछ गड़बड़ हो जाती तो हम शहीद हो जाते.’’
बता दें कि बीते जून महीने में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. इससे पूर्व वह करीब 50 बागी विधायकों के साथ, असम के गुवाहाटी में ठहरे हुए थे. हाल ही में सरकार गठन के करीब 40 दिन बाद सीएम शिंदे ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, जिसमें 18 नए मंत्रियों ने शपथ ली.
महाराष्ट्र के नए कैबिनेट का ये है हाल
शिंदे कैबिनेट करीब 40 दिनों बाद बीते 9 अगस्त को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, जिसमें 18 नए मंत्रियों ने शपथ ली. इस विस्तार के बाद जहां एक ओर कैबिनेट में फिलहाल किसी महिला मंत्री के न होने से सरकार की आलोचना हो रही है, वहीं मंत्रियो से जुड़े कई तथ्य भी सामने आ रहे हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बीजेपी के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की 18 सदस्यीय 'मिनी-कैबिनेट' में दोनों को लेकर कुल 20 'करोड़पति' मंत्रियों में से 75 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, कुल 15 मंत्रियों ने आपराधिक मामलों की घोषणा की है, जिसमें शिंदे समूह शिवसेना के सात और बीजेपी के आठ मंत्री शामिल हैं.