Maharashtra News: शिवाजी पार्क में दशहरा सभा आयोजित करने पर अड़े शिवसेना के दोनों गुट, क्या है सीएम शिंदे का 'प्लान बी'?
Shivaji Park: महाराष्ट्र में सीएम एकनाथ शिंदे और उद्धव गुट की ये कोशिश है कि वो दशहरा सभा शिवाजी पार्क में आयोजित करे. अब दोनों ही गुट बीएमसी को सौंपे गए आवेदन के जवाब का इंतजार कर रहे हैं.
Maharashtra News: ऐसा देखा जा रहा है कि शिवसेना के दोनों गुट इस साल का दशहरा मेलावा शिवाजी पार्क मैदान में आयोजित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. दोनों गुट इस बात पर जोर दे रहे हैं कि दशहरा सभा शिवाजी पार्क में ही होनी चाहिए. शिंदे की शिवसेना और ठाकरे गुट दोनों ही मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को सौंपे गए आवेदन के जवाब का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, इसके इंतजार में ही शिवसेना शिंदे गुट ने इस दशहरा समागम के लिए प्लान बी तैयार कर लिया है.
दशहरा सभा के लिए प्लान बी तैयार?
दशहरा सभा के लिए जहां शिवसेना के दोनों गुट मैदान में उतर चुके हैं, वहीं शिवाजी पार्क मैदान को अपने-अपने गुट के लिए हासिल करने के लिए एक बार फिर दोनों गुटों में संघर्ष देखने को मिल रहा है. दशहरा मेले के लिए शिवाजी पार्क लेने के लिए दोनों गुटों ने एक महीने पहले बीएमसी डिविजनल कार्यालय को पत्र भेजा है. अब इस पत्र पर फैसला लेने से पहले मुंबई नगर निगम विधि विभाग से मार्गदर्शन ले रही है. हालांकि, यह फैसला लेने के लिए शिवसेना शिंदे गुट ने दशहरा सभा के लिए प्लान बी तैयार किया है.
दोनों गुटों में से किसे मिलेगी अनुमति?
अगर पिछली बार की तरह इस बार भी दशहरा मेले के लिए शिवसेना शिंदे गुट को शिवाजी पार्क मैदान नहीं मिला, तो इस साल दशहरा मेला कहां आयोजित होगा? इसलिए इसके लिए बीकेसी ग्राउंड और महालक्ष्मी रेस कोर्स के बीच के मैदान पर पहले ही विचार किया जा चुका है. पिछले वर्ष आयोजित बीकेसी एमआरडीए मैदान में विकास कार्य चल रहा है. इसलिए इस वर्ष वहां बैठक नहीं हो सकेगी. पास के एक अन्य बीकेसी मैदान पर जहां महा विकास अघाड़ी ने पहले अपनी वज्रमूठ बैठक आयोजित की थी, अब उस पर शिवसेना शिंदे गुट की दशहरा बैठक के लिए विचार किया जा रहा है. यह भी कहा गया कि दोनों गुट मुंबई नगर निगम की भूमिका पर नजर रख रहे हैं और उसके बाद दशहरा मेलावा के संदर्भ में उनकी अगली रणनीति तय की जाएगी.
BMC के आदेश का इंतेजार
इस साल का दशहरा समागम आगामी लोकसभा विधानसभा मुंबई महानगरपालिका चुनाव के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है. सत्ता में रहते हुए शिवसेना के शिंदे गुट ने जो काम किया, उसका लेखा-जोखा सामने रखा जा सकता है. इसके अलावा, दशहरा मेला का मतलब एक तरह से चुनाव से पहले दोनों गुटों के लिए शक्ति प्रदर्शन होगा, इसलिए राज्य के विधायकों, सांसदों, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के लिए मुंबई आना सुविधाजनक होगा. प्लान बी दशहरा मेले के लिए शिवसेना शिंदे गुट द्वारा शिवाजी पार्क छोड़कर जाने की योजना बनाई जा रही है. इस दशहरा सभा में हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे, इसके लिए बीकेसी मैदान और रेसकोर्स मैदान की लोकेशन का परीक्षण किया जा रहा है.
प्लान बी क्यों है जरूरी?
इस बीच दशहरा मेले के लिए शिवाजी पार्क मैदान कौन देना चाहता है? दोनों गुट इस संबंध में मुंबई नगर निगम के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन मुंबई नगर निगम ने समय पर निर्णय लिया और यदि मैदान उपलब्ध नहीं है, तो मैदान के लिए प्लान बी तैयार रखना जरूरी है. इसीलिए शिंदे की शिवसेना ये योजना बना रही है. लेकिन उससे पहले शिवाजी पार्क के लिए दोनों गुटों के बीच कितना संघर्ष होगा? ये देखना अहम होगा.