Maharashtra Politics: 'उद्धव ने बालासाहेब, पीएम मोदी के नाम पर मांगे वोट, फिर...', सीएम शिंदे ने ठाकरे पर बोला हमला
Maharashtra News: CM एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा, उन्होंने बीजेपी के साथ "स्वाभाविक गठबंधन" को छोड़ दिया और चुनाव जीतने के लिए बाल ठाकरे और पीएम मोदी के नामों का दुरुपयोग किया.
Eknath Shinde on Uddhav Thackeray: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने बीजेपी के साथ "स्वाभाविक गठबंधन" को छोड़ दिया और चुनाव जीतने के लिए बाल ठाकरे और नरेंद्र मोदी के नामों का दुरुपयोग किया. शिंदे ने कहा, “उन्होंने अपनी तस्वीरें रखकर वोट मांगे और फिर कांग्रेस में शामिल होकर उन्हें धोखा दिया. उन्होंने मतदाताओं को छोड़ दिया और सत्ता की लालसा में लोगों के जनादेश का दुरुपयोग किया.
शिंदे ने पूछा ये सवाल
असली गद्दार कौन हैं? सिर्फ इसलिए कि हम नीचे नहीं झुकते, इसका मतलब यह नहीं है कि हम बोलेंगे नहीं. अगर हम बोलना शुरू करेंगे तो उनके पास चेहरा दिखाने की जगह नहीं बचेगी.''
एकनाथ शिंदे का उद्धव पर निशाना
शिंदे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को “सिर्फ सत्ता के लिए कुचल दिया गया”. उन्होंने कहा, ''अनुच्छेद 370 को खत्म करने का बालासाहेब ठाकरे का सपना पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरा किया और आपने उन्हें धोखा दिया. हम बाल ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे के आदर्शों को बनाए रखने के लिए सत्ता से बाहर हुए.'' शिंदे ने कहा, ''बालासाहेब के आदर्शों को जीवित रखना हमारे जीवन का एकमात्र उद्देश्य है.''
उन्होंने आगे कहा कि सरकार की पहुंच कई लोगों को पच नहीं रही है. “वर्षा (सीएम का आधिकारिक आवास) के दरवाजे हमेशा सभी के लिए खुले हैं. पहले ऐसा नहीं था. वहां कर्फ्यू जैसी स्थिति थी. अब लोगों को लगता है कि उनकी बात सुनी जाती है और उन्हें आश्वासन मिलता है कि उनका काम पूरा हो जाएगा.''
गठबंधन पर कही ये बात
शिंदे ने कहा कि बीजेपी ने गठबंधन में ईमानदारी दिखाई और 2017 में बीएमसी चुनावों में शिवसेना को निर्विरोध सत्ता संभालने की अनुमति दी. उन्होंने कहा, “अगर बीजेपी चाहती तो वह बीएमसी पर दावा कर सकती थी क्योंकि उनके पास पर्याप्त संख्या थी, लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने अपनी ताकत दिखाई. अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर शिंदे ने कहा कि जिस गति से काम हो रहा है, वह पहले कभी नहीं देखा गया. “जो लोग केवल घर पर बैठे हैं, उन्हें कभी पता नहीं चलेगा कि ‘शासन अपल्या दारी’ (आपके दरवाजे पर सरकार) का क्या मतलब है.
शिंदे ने कहा, पिछली सरकार के ढाई साल में कोई निर्णय नहीं लिये गये. हमारी गति बढ़ाने के लिए, अब हमारे साथ अजित पवार भी हैं.'' उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है और अब 200 से अधिक विधायकों का समर्थन प्राप्त है.