Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde), उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis)और अजित पवार (Ajit Pawar) ने शनिवार को 'छत्रपति संभाजीनगर' (Chhatrapati Shambhaji Nagar) और 'धाराशिव' (Dharashiv) के नए नामों वाली पट्टिकाओं का अनावरण किया. समारोह 'छत्रपति शिवाजी महाराज की जय...' और 'छत्रपति संभाजीराजे जिंदाबाद' के नारों के बीच आयोजित किया गया.
यह क्षेत्र हैदराबाद के निज़ाम के शासन से मराठवाड़ा की मुक्ति की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है. बता दें कि औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किया गया है जबकि उस्मानाबाद को अब धाराशिव के नाम से जाना जाएगा. पट्टिकाओं का अनावरण करने से पहले सीएम शिंदे और मंत्रियों ने छत्रपति शिवाजी महाराज को पुष्पांजलि अर्पित की और फिर एक सभा को संबोधित भी किया.
हालांकि, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद इम्तियाज जलील ने उद्घाटन पट्टिका की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने कानूनों का उल्लंघन किया है क्योंकि मामला (नाम बदलने का) अभी भी अदालत में लंबित है. इम्तियाज जलील ने जमाकर्ताओं के साथ सैकड़ों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप लगाते हुए एक विशाल जुलूस निकाला. उन्होंने चेतावनी दी, ''यहां कैबिनेट की बैठक एक चुनावी हथकंडा है... अगर सरकार नियम तोड़ेगी, तो हम भी इसका पालन करेंगे...''
महाविकास अघाड़ी सरकार में हुआ था फैसला
बता दें कि 29 जून 2022 को तत्कालीन एमवीए सरकार ने नाम बदलने का फैसला किया था जिसे सीएम शिंदे 16 जुलाई 2022 कन्फर्म कर दिया था.वहीं, शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में महाराष्ट्र सरकार ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने अधिसूचना जारी कर दी. दोनों ही जिले मराठवाड़ा रीजन में आते हैं. उधर, सीएम कार्यालय के आधिकारिक हैंडल से कार्यक्रम की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा गया, ''मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा छत्रपति संभाजीनगर और धाराशिव की नाम पट्टिका का अनावरण किया गया. छत्रपति संभाजीनगर राजस्व मंडल के साथ जिला, उप-मंडल, तालुका, गांव और धाराशिव जिला, उप-मंडल, तालुका, गांव का नाम दिया गया है.
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