Maharashtra Politics: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र दौरा शुरू कर दिया है. उनकी पहली मुलाकात ठाणे में हुई थी. इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे की जमकर आलोचना की. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि लोगों ने तय कर लिया है कि कौन गद्दार है और कौन वफादार है. जब सत्ता की हवा सिर पर चढ़ जाती है तो लोगों को सही याद आता है. हम सत्ता के लिए पैदा नहीं हुए हैं. बालासाहेब ठाकरे ने कई बार सत्ता को लात मारी है. लेकिन दूसरी ओर सत्ता के लिए बालासाहेब के विचारों को कुचल दिया गया.
सीएम शिंदे का उद्धव ठाकरे पर हमला
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह भी आरोप लगाया कि बालासाहेब ने सत्ता के लिए जिन्हें हमेशा के लिए अलग कर दिया था, उन्हें आप करीब लाये. एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे पास बात करने के लिए बहुत कुछ है और यह मत भूलिए कि हमने इसका ख्याल रखा है.
सीएम एकनाथ शिंदे ने पूछा ये बड़ा सवाल?
सीएम शिंदे ने कहा, ''बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व विचारों को एक तरफ रख दिया गया, जिन्होंने उन मतदाताओं को धोखा दिया जिन्होंने उन्हें चुना और बहुमत दिया? हम भी बात कर सकते हैं लेकिन बालासाहेब और आनंद दिघे के पास संस्कृति और परंपरा है. उन्होंने कुछ चीजें सिखाईं. यह मत समझिए कि सिर्फ इसलिए कि हम सीमा से बाहर जाकर बात नहीं करते, इसका मतलब है कि हम ऐसा नहीं कर सकते.
क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?
सीएम शिंदे ने कहा, “देवेंद्र फड़नवीस ने अपने भाषण में कहा कि जब भी अन्याय होता है, एकनाथ शिंदे पैदा होते हैं. बाला साहेब ने हमें ये सिखाया है. अन्याय के खिलाफ लड़ो. अन्याय के खिलाफ उठो. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अपने भाषण में कहा है, 'अन्याय बर्दाश्त नहीं करना है, इसलिए हमने फैसला लिया है.' उन्होंने कहा, ''मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे मुख्यमंत्री का पद मिलेगा. उस समय ऐसी स्थिति थी. हमारी आंखों के सामने हमारे सैनिक मारे जा रहे थे.