Maharashtra News: दावोस सम्मेलन को बीच में ही छोड़कर लौट आएंगे महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, जानें क्या है वजह
विश्व आर्थिक मंच यानी डब्ल्यूईएफ का स्विटजरलैंड के दावोस में 16 जनवरी से सम्मेलन होने जा रहा है. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे इस सम्मेलन में जाएंगे तो जरूर लेकिन पहले ही लौट आएंगे.
Mumbai News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे विश्व आर्थिक मंच World Economic Forum (WEF) के सम्मेलन में भाग लेने दावोस जाएंगे, लेकिन वह इस सम्मेलन को छोड़ बीच में ही लौट आएंगे और 19 जनवरी को मुंबई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों में शामिल होंगे. शिंदे के एक करीबी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
सांसद संजय राउत ने इस निर्णय पर कसा तंज
उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावोस की अपनी यात्रा निरस्त कर दी है. वह प्रधानमंत्री के आयोजनों की तैयारियों को देखेंगे. शिंदे और फडणवीस के दावोस के कार्यक्रम में बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा कि सरकार राज्य में निवेश लाने से ज्यादा मुंबई में नगर निगम चुनाव को लेकर चिंतित है. शिंदे के करीबी सहयोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे दावोस की यात्रा करेंगे और 16 जनवरी को विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में भाग लेंगे.’
दावोस में 20 जनवरी तक चलेगी डब्ल्यूईएफ की बैठक
डब्ल्यूईएफ की वार्षिक बैठक 16 से 20 जनवरी तक चलेगी. सहयोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री 18 जनवरी की रात को लौट आएंगे. वह अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी कार्यक्रमों में उपस्थित रहेंगे. इससे पहले शिंदे और फडणवीस का दावोस का लंबा कार्यक्रम प्रस्तावित था, लेकिन प्रधानमंत्री के दौरे की योजना को अंतिम रूप दिए जाने के बाद तय किया गया कि केवल मुख्यमंत्री ही डब्ल्यूईएफ में शामिल होंगे.
महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के बाद पहली बार मुंबई आएंगे मोदी
शिवसेना के शिंदे की अगुवाई वाले धड़े के भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाने और राज्य में सरकार बनाने के बाद मोदी पहली बार मुंबई यात्रा पर आएंगे. राउत ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार राज्य में निवेश लाने के बारे में बिल्कुल गंभीर नहीं है. राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि लगभग सभी मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल दावोस जा रहे हैं.
गुजरात के मुख्यमंत्री भी जा रहे हैं लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को निवेश से ज्यादा चिंता बीएमसी चुनाव की है. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार प्रधानमंत्री से मुंबई में परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए यात्रा कार्यक्रम में बदलाव के लिए कह सकती थी क्योंकि दावोस सम्मेलन की तारीख तो नहीं बदली जा सकती. उन्होंने कहा कि वे दिखाना चाहते हैं कि केंद्र सरकार सबकुछ मुंबई में कर रही है, लेकिन जनता को सब पता है.
ये भी पढ़ें