Maharashtra CM Race: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. इस बीच पक्ष-विपक्ष दोनों ही गठबंधन में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खींचतान मची है. महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी खुलकर तो दावेदारी नहीं पेश कर रही, लेकिन इच्छा तीनों ही दलों के नेता जाहिर कर चुके हैं. इनका कहना है कि फैसला चुनाव के बाद होगा. महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में भी कमोबेश यही स्थिति है.


पिछले दिनों मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एबीपी लाइव से बातचीत में सीएम चेहरे के सवाल पर कहा कि हमारी टीम मिलकर चुनाव लड़ेगी. हम टीम के रूप में पहले चुनाव जीतने लिए काम करेंगे फिर देखेंगे सीएम कौन होगा? इस दौरान उन्होंने खुद की दावेदारी से इनकार नहीं किया.


देवेंद्र फडणवीस क्या बोले?


वहीं डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने रिपब्लिक टीवी से बातचीत में कहा कि महायुति में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई विवाद नहीं है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने कहा, ''मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार के प्रमुख हैं और इसी सरकार को सामने रखकर हम चुनाव में जा रहे हैं. चुनाव के बाद शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे, एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार और हमारा संसदीय बोर्ड इस पर फैसला लेगा. इसमें जो भी तय होगा वही सभी को मंजूर होगा.''


जब उप-मुख्यमंत्री और एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार से इसी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं इस पर टिप्पणी करके कोई नया विवाद खड़ा नहीं करना चाहता. उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, ''हमारा पहला लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि महायुति को अधिकतम सीटें मिलें.''


अजित पवार जता चुके हैं मुख्यमंत्री की इच्छा


अजित पवार समय-समय पर मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताते रहे हैं, हालांकि संख्याबल में उनकी पार्टी काफी पीछे है. सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र की 288 सीटों में बीजेपी के 150 से 160 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है. शिवसेना महायुति में 100 से अधिक और एनसीपी 60 से अधिक सीटों की मांग कर रही है. माना जा रहा है कि शिवसेना को 90 से 95 और एनसीपी को 40 से 45 सीटें मिल सकती है.


शिवसेना (यूबीटी) ने दिया संदेश


कुछ ऐसी ही परिस्थिति विपक्षी खेमे में है. हालांकि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) खुलकर सीएम पद पर दावेदारी करती रही है. दशहरा के मौके पर राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शिवाजी पार्क में कहा कि उद्धव ठाकरे आपको इसी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी है. माना गया कि शिवसेना (यूबीटी) ने अपने गठबंधन साथियों कांग्रेस और शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) सो साफ-साफ संदेश दे दिया है.


क्या बोले नाना पटोले?


हालांकि जब सोमवार (14 अक्बटूर) को सीएम पद पर सवाल किया गया तो कांग्रेस ने कहा कि चुनाव बाद इसपर फैसला किया जाएगा. हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि कांग्रेस मुख्यमंत्री पद को लेकर दावेदारी करती रही है.


महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, ''महायुति को अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने दें, MVA भी उसका अनुसरण करेगा.'' शरद पवार भी मुख्यमंत्री पद को लेकर चुनाव बाद फैसला लेने की बात कहते रहे हैं. 


दोनों ही गठबंधन के नेताओं के बयान के बाद माना जा रहा है कि चुनाव बाद जीत की स्थिति में पार्टियां संख्याबल के आधार पर मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेगी, यानि जिस पार्टी को सबसे अधिक सीटें मिलेंगी उसका मुख्यमंत्री होगा. ऐसे में सीट बंटवारे में सभी पार्टी अधिक से अधिक सीटें हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही है.


महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.


महायुति सरकार ने जारी किया रिपोर्ट कार्ड, रामदास अठावले भी रहे मौजूद, क्या मिलेंगी सीटें?