Maharashtra Community Health Officers Strike: महाराष्ट्र (Maharashtra) के ग्रामीण इलाकों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (Community Health Officers) स्थायी सरकारी नौकरी (Permanent Government Job) समेत विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को हड़ताल पर रहेंगे. सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उनकी अन्य मांगों में काम के बोझ को कम करना, समय पर मेहनाता देना और राज्य सरकार द्वारा बीमा कराना शामिल है.


सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी ने सरकार से की ये मांग
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में काम करते हैं. वे वर्तमान में अनुबंध पर काम कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि हालांकि उनके अनुबंधों का नवीनीकरण किया जाता है, लेकिन सीएचओ ने अब उन्हें राज्य सरकार का स्थायी कर्मचारी बनाने की मांग की है. एक सरकारी डॉक्टर ने कहा कि एक दिन की हड़ताल मरीजों से बुनियादी जांच प्रभावित होगी.


हड़ताल में शामिल होने के लिए मुंबई आए लातूर के एक सरकारी चिकित्सक ने दावा किया कि उनकी एक दिन की हड़ताल से जुकाम, खांसी, बुखार के मरीजों और नियमित जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं का परेशानी हो सकती है. चिकित्सक ने कहा कि उन्हें स्थायी नौकरी दी जाए और ‘बी’ ग्रेड वेतनमान का वेतन दिया जाए.


आज मथाडी कार्यकर्ताओं का भी हड़ताल
मथाडी कार्यकर्ताओं (Mathadi Workers) ने विभिन्न समस्याओं को लेकर आज एक दिवसीय सांकेतिक कार्य विराम का आह्वान किया है. काम रोकने के इस आंदोलन को नवी मुंबई (Navi Mumbai) में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और नवी मुंबई के सभी पांच एपीएमसी बाजारों (APMC Markets) को सख्ती से बंद कर दिया गया है. हालांकि नई सरकार (Maharashtra Government) के गठन को कई महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी तक मथाड़ी मजदूरों के मुद्दे पर एक भी बैठक नहीं हुई है.


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