Maharashtra News: कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव के दौरान सात पार्टी विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग करने, विधानसभा में एकनाथ शिंदे सरकार के विश्वास प्रस्ताव जीतने के समय करीब एक दर्जन विधायकों के गैरहाजिर रहने जैसे हाल के राजनीतिक घटनाक्रम की जांच के लिए शुक्रवार को मोहन प्रकाश को नियुक्त किया. वैसे तो अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के बयान में क्रॉस-वोटिंग और गैर हाजिरी का विशेष तौर पर जिक्र नहीं है, लेकिन इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र के पूर्व प्रभारी महासचिव प्रकाश पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौपेंगे.


यह घोषणा प्रदेश के पार्टी नेताओं द्वारा केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठकें करने और 20 जून को हुए महाराष्ट्र विधानपरिषद के चुनाव में सात कांग्रेस विधायकों के क्रॉस-वोटिंग करने की जांच की मांग करने की पृष्ठभूमि में की गयी है. इस क्रॉस-वोटिंग के चलते कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री और दलित नेता चंद्रकांत हंदोरे हार गये थे.


इसी तरह,चार जुलाई को जब विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव आया था तब कुछ पूर्व मंत्रियों समेत कांग्रेस के 11 विधायक मत-विभाजन के दौरान अनुपस्थित रहे थे और शिंदे की अगुवाई वाली सरकार भाजपा के समर्थन से आसानी से विश्वास प्रस्ताव जीत गयी थी. विधानसभा में कांग्रेस के 44 विधायक हैं और वह महा विकास आघाड़ी सरकार का हिस्सा थी जो शिंदे की अगुवाई में शिवसेना विधायकों के एक धड़े की बगावत के कारण जून के अंत में गिर गयी.


ये भी पढ़ेंः


Maharashtra Politics: 'अगर हमने कोई गलती की है तो जनता हमें वोट नहीं देगी', चुनाव की मांग के साथ बोले उद्धव ठाकरे


Presidential Election: शिवसेना सांसद का उद्धव ठाकरे को खत, राष्ट्रपति चुनाव में इस उम्मीदवार को समर्थन देने की अपील की