Maharashtra: 'महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं', पार्टी के इस बड़े नेता का चौंकाने वाला बयान, 'हमारे जैसे लोग...'
Maharashtra Congress: भाई जगताप ने कहा कि कांग्रेस के जो हालात महाराष्ट्र खासकर मुंबई में है अगर उसपर सोच विचार आलाकमान नहीं करेगा तो फिर लोग अपने-अपने हिसाब से अपनी-अपनी राजनीति करते रहेंगे.
Maharashtra News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से ही 'इंडिया' गठबंधन और महा विकास अघाड़ी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस बीच अब कांग्रेस से भी खटपट की खबरें सामने आ रही हैं. मुंबई कांग्रेस के नेता भाई जगताप ने दावा किया है कि मुंबई महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी की स्थिति इस वक्त ठीक नहीं हैं. खास करके मुंबई में पार्टी के कद्दावर नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है.
आईएएनएस से बात करते हुए मुंबई कांग्रेस के नेता भाई जगताप ने कहा, "कांग्रेस एक मूमेंट हैं, सिर्फ पॉलिटिकल पार्टी नहीं है. कांग्रेस एक विचारधारा है, कांग्रेस देश की आत्मा है और वो किसी एक व्यक्ति की नहीं है. पर दुर्भाग्य से ये बात कुछ हद तक सही है कि जिस सीनियर नेताओं ने कांग्रेस के लिए 40-45 साल काम किया, कांग्रेस को जन-जन तक पहुंचाया, जिनको लोग मानते हैं, उनको दरकिनार किया जा रहा है."
मुंबई महाराष्ट्र में कॉंग्रेस पार्टी की स्थिति इस वक़्त ठीक नहीं हैं.. खास करके मुंबई में पार्टी के कद्दावर नेताओं कों दरकिनार किया जा रहा हैं..
— Bhai Jagtap - भाई जगताप (@BhaiJagtap1) January 12, 2025
कॉंग्रेस एक विचारधारा हैं, कॉंग्रेस देश की आत्मा हैं...
हमारे जैसे कार्यकर्ता यहाँ वहाँ जाने की सोच भी नहीं सकते.. हमने पार्टी कों… pic.twitter.com/EEzpon0oUN
कांग्रेस कमजोर होती जा रही है- भाई जगताप
उन्होंने कहा, "इसके अवाला यही हाल थोड़ा कम ज्यादा पूरे महाराष्ट्र में भी है. ऐसे में पार्टी आलाकमान को विचार करना चाहिए. आज जो हालात महाराष्ट्र खासकर मुंबई में है अगर उसपर सोच विचार आलाकमान नहीं करेगा तो फिर लोग अपने-अपने हिसाब से अपनी-अपनी राजनीति करते रहेंगे. हमारे जैसे लोग जो जिंदगीभर इस विचार से जुड़े हुए हैं, उनका यहां वहां जाने का सवाल ही उठता है. पर इससे कांग्रेस कमजोर होती जा रही है."
आलाकमान ले ये फैसला
भाई जगताप ने कहा, "इसके पहले भी मैंने कहा है और आज भी कह रहा हूं कि 2019 लोकसभा में कांग्रेस बुरी तरह हार गई थी. उस समय राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष थे, लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया था, तो सबका फर्ज बनता है कि जिम्मेदारी ले ले. साथ ही आलाकमान यह फैसला ले कि कैसे हम मुंबई में दोबारा कांग्रेस को खड़ा कर सकते हैं. महाराष्ट्र में कैसे पार्टी को मजबूत कर सकते हैं."