Maharashtra News: महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को यहां पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. समझा जाता है कि इस दौरान विधायकों ने वरिष्ठ मंत्रियों-बालासाहेब थोराट और अशोक चव्हाण के खिलाफ शिकायत की. पार्टी सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी के साथ लगभग 35 मिनट तक चली बैठक के दौरान 22 विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस विधायक दल के भीतर समन्वय की कमी और विकास कार्यों के लिए विधायकों के लिए निर्धारित सरकारी धन की अनुपलब्धता जैसे मुद्दों को उठाया.
बैठक के दौरान विकास ठाकरे, कुणाल पाटिल, संग्राम थोपटे सहित अन्य विधायकों ने सूचित किया कि राकांपा नेता और उप मुख्यमंत्री अजित पवार और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने अपने-अपने दलों के विधायकों की प्रभावी रूप से मदद की जबकि कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में उपेक्षित महसूस किया.
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सोनिया गांधी ने विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में देरी पर चिंता व्यक्त की
महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार है. समझा जाता है कि सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के चुनाव में देरी पर भी चिंता व्यक्त की. पिछले साल फरवरी में नाना पटोले के इस्तीफे के बाद से यह पद खाली है. विधायकों ने विभिन्न राज्य निगमों में नियुक्तियों का मुद्दा भी उठाया और गठबंधन के तीनों सहयोगियों की भागीदारी के लिए पारदर्शी प्रक्रिया की वकालत की. इस बैठक में सोनिया गांधी ने विधायकों से अपनी शिकायतें लिखित में देने को कहा है.
गौरतलब है कि, महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार चल रही है. जिसमें शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, और कांग्रेस शामिल हैं, तानों पार्टियों के समन्वय से ही उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं. महाराष्ट्र में 2019 से महाविकास अघाड़ी सरकार की उद्धव ठाकरे अगुवाई कर रहे हैं.