Maharashtra News: कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य में प्रशासन के ठप पड़ने का दावा करते हुए बुधवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ दल, मंत्री पद और विभागों के बंटवारे को लेकर आपस में ही लड़ रहे हैं.
नाना पटोले ने कहा, ‘‘राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है, किसान रोजाना आत्महत्या कर रहे हैं और महंगाई बढ़ती जा रही है.’’उन्होंने आरोप लगाया कि बेमौसम बरसात के बावजूद किसानों को किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है.कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वह (सत्तारूढ़ दल) मंत्री पद और विभागों के बंटवारे को लेकर लड़ रहे हैं. इसे देखते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाना चाहिए और राज्य सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए.’’
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख पटोले ने कहा कि राज्य में हालात कुछ ऐसे है कि प्रशासनिक कार्य ठप पड़ चुका है.राज्य में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), शिवसेना और अजीत पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गुट सत्ता में हैं. पवार और बीजेपी नेता राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं.
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार की पहल तेज
इससे पहले बुधवार को अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले. प्रफुल्ल पटेल ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन में दरार की अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि विभागों के आवंटन के मुद्दे को सुलझा लिया गया है तथा एक-दो दिन में राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार हो जायेगा.यह पूछे जाने पर कि क्या एनसीपी केंद्र सरकार में शामिल होगी, पटेल ने कहा, ‘‘हमने किसी केंद्रीय मंत्रालय की कोई मांग नहीं रखी है.’’
गौरतलब है कि 2जुलाई को एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी विभाजित हो गई जब उनके भतीजे अजित पवार और लगभग तीन दर्जन विधायक सत्तारूढ़ शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए. अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री और आठ अन्य एनसीपी नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.