महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस, BJP को हराने के लिए बनाया ये प्लान
Maharashtra Assembly Election Date: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद कांग्रेस के हौंसले बुलंद हैं. पार्टी ने अब आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है.

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन के बाद अब अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी करने का प्रदेश इकाई से आह्वान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी पर विपक्षी महा विकास अघाडी (एमवीए) को मजबूत करने की जिम्मेदारी है.
चेन्निथला ने राज्य से नवनिर्वाचित कांग्रेस सांसदों को संबोधित करते हुए उनसे जमीनी स्तर पर जुड़े रहने का आह्वान किया और कहा कि इस बात को लेकर अनिश्चितता है कि केंद्र में बनने वाली बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार कितने समय तक चलेगी.
केरल के पूर्व मंत्री चेन्निथला ने कहा कि गठबंधन की राजनीति सहयोग और आपसी संबंध पर आधारित होती है और उन्होंने बीजेपी से मुकाबला करने के लिए एकजुटता का आह्वान किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चेन्निथला ने कहा, 'गठबंधन में कोई बड़ा भाई नहीं होता. बीजेपी को हराने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है.'
कांग्रेस एमवीए की एक प्रमुख घटक है, जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-शरद चंद्र) और शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल हैं. महाराष्ट्र में एमवीए ने 48 लोकसभा सीट में से 30 पर जीत हासिल की. इस अवसर पर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर प्रसन्नता जतायी, जहां पार्टी ने 13 सीट पर जीत दर्ज की, जो राज्य में किसी भी दल द्वारा जीती गई सबसे अधिक सीट है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनका अगला लक्ष्य विपक्षी गठबंधन के तहत विधानसभा चुनाव जीतना है.
चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस द्वारा 2019 में महाराष्ट्र में केवल एक लोकसभा सीट जीतना अपमानजनक था, जो कभी पार्टी का गढ़ हुआ करता था. उन्होंने कहा, 'अब जो भी जीते हैं वे पहली बार सांसद बने हैं क्योंकि उन्हें गठबंधन और जिला अध्यक्षों से परामर्श करने के बाद मैदान में उतारा गया था.' उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को प्रमुखता दी जाएगी. उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र एक कांग्रेस राज्य है.’’
लोकसभा चुनाव परिणामों का हवाला देते हुए, जिसमें बीजेपी बहुमत के आंकड़े से पीछे रह गई, चेन्निथला ने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का नैतिक अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा, 'हमें नहीं पता कि नयी सरकार कितने दिन चलेगी. सभी सांसदों को जमीनी स्तर पर काम करना चाहिए.' कांग्रेस के बागी नेता विशाल पाटिल, जिन्होंने निर्दलीय के तौर पर सांगली लोकसभा सीट जीती, दक्षिण मुंबई में प्रदेश इकाई कार्यालय में महाराष्ट्र में पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों के साथ शामिल हुए. पाटिल द्वारा कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के साथ ही राज्य में पार्टी की सीट संख्या बढ़कर अब 14 हो गई है.
चेन्निथला ने कांग्रेस के 13 निर्वाचित सांसदों और पाटिल को प्रदेश इकाई मुख्यालय तिलक भवन में सम्मानित किया. इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि 2019 में राज्य में केवल एक लोकसभा सदस्य से बढ़कर अब पार्टी की सीट संख्या 14 (13 और निर्दलीय सदस्य पाटिल) हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री पाटिल ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के लिए महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने राज्य में आगे बढ़कर नेतृत्व किया.
शिंदे ने कहा कि पटोले ने मुश्किल समय में कांग्रेस को मजबूती दी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'विशाल पाटिल कभी कांग्रेस नहीं छोड़ सकते. उन्होंने (एमवीए उम्मीदवार के खिलाफ) चुनाव लड़ा, लेकिन (जीतने के बाद) पार्टी को बिना शर्त समर्थन दिया.' राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र में नंबर वन पार्टी है और उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी को पूरा किया.
उन्होंने कहा, 'हम विधानसभा चुनाव जीतने तक आराम नहीं करेंगे.' पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कांग्रेस महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. चव्हाण ने कहा, 'हमें विधानसभा चुनाव के अगले संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए. चुनाव कांग्रेस के नेतृत्व में लड़े जाएंगे. आने वाले महीनों में बहुत कुछ होने की उम्मीद है.'
उन्होंने दावा किया कि राजग सरकार का तीसरा कार्यकाल आसान नहीं होगा. बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव मुकुल वासनिक ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए एक प्रस्ताव पेश किया और इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया.
वासनिक ने कहा, 'कांग्रेस ने 2019 में 26 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे केवल एक सीट पर जीत मिली थी. लेकिन अब पार्टी 14 सीट जीतकर आत्मविश्वास से भरी हुई है.' पटोले ने कहा कि यह परिणाम पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत है, जिन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान कड़ी मेहनत की. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए घर-घर जाकर प्रचार किया और पार्टी के घोषणापत्र में की गई गारंटी के बारे में बताया.'
पटोले ने बताया कि राज्यसभा सदस्य चंद्रकांत हंडोरे, इमरान प्रतापगढ़ी, वरिष्ठ नेता नितिन राउत और नसीम खान ने यह सुनिश्चित किया कि दलित और मुस्लिम मतों का विभजन न हो. पटोले ने कहा कि पार्टी राज्य के 75 प्रतिशत क्षेत्रों में व्याप्त सूखे जैसी स्थिति का मुद्दा उठाएगी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'सभी सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करने और राज्य सरकार के गलत कृत्यों को उजागर करने के लिए काम करना चाहिए. हमें (एमवीए सहयोगियों के साथ) सीट बंटवारे में चुनाव लड़ने के लिए केवल 17 लोकसभा सीट मिलीं, लेकिन हमने अधिकतर पर जीत हासिल की. अगर हमें और सीट मिलतीं, तो इससे एमवीए और मजबूत होता.'
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