Maharashtra News: कर्नाटक विधानसभा चुनावों (Karnataka Assembly Election) में कांग्रेस (Congress) की जीत से विपक्षी पार्टियां उत्साहित हैं. कांग्रेस की प्रचंड बहुमत से जीत के बाद यूपीए के घटक दल आगामी चुनावों में एक अवसर के रुप में देख रहीं हैं. कर्नाटक में बीजेपी (BJP) की हार के बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी दल नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के नतीजों से सभी को एक संदेश मिला है और सभी विपक्षी पार्टियों को एक रास्ता दिखाया है.


एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने आगामी राज्यस्तर और लोकसभा चुनावों में जीत के अवसर तलाशने और रणनीती बनाने को लेकर कहा कि कर्नाटक जैसी स्थिति अन्य राज्यों में पैदा करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक जैसे हालात पैदा करने के लिए दूसरे राज्यों में भी मेहनत करने की जरुरत है. शरद पवार ने एनडीए के खिलाफ विपक्षियों को लामबंद करने की अपील करते हुए कहा कि अलग- अलग राज्यों में समान विचारधारा वाली पार्टी एक साथ आकर जनता को एक विकल्प दे सकती हैं. 


एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बुलाई एमवीए की आपात बैठक


इससे पहले आज शाम शरद पवार ने लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर महाविकास अघाड़ी (MVA) के सभी घटक दलों की आपात बैठक बुलाई.मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक इस बैठक में आगामी चुनावों को लेकर गठबंधन दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर व्यापक रणनीति पर चर्चा होने की उम्मीद है. इस बैठक में कई उद्धव ठाकरे, अजित पवार, बालासाहब थोरात, सिल्वर ओक, भाई जगताप, नाना पटोले, अशोक चव्हाण, सूरज ठाकुर जैसे कई बड़े नेता शामिल हुए. बता दें बीते दिनों शरद पवार के एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र की सियासत में उहापोह की स्थिति पैदा कर दी थी. हालांकि बाद में उन्होंने इस्तीफा वापस ले कर दोबार अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया है. 


कर्नाटक विधानसभा के रिजल्ट से उत्साहित विपक्ष


कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए 224 सीटों पर एक मात्र चरण में 10 मई को वोटिंग हुई थी, जबकि 13 मई को नतीजों का एलान हुआ. पिछली बार के मुकाबले इस बार बीजेपी सिर्फ 66 सीटों पर सिमट कर रह गई. जारी नतीजों के मुताबिक इस बार कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत से राज्य की सत्ता में वापसी करते हुए 135 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि जेडीएस के खाते में 19 और अन्य के खाते में 4 सीटें आई हैं. कांग्रेस की जीत से यूपीए के घटक दलों में उत्साह देखा जा रहा है. इसको लेकर विपक्षी दलों के नेता मिलीजुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं. बीते 6 महीनों के भीतर दो राज्यों हिमाचल प्रदेश और अब कर्नाटक की जीत बाद कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है. आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के नेता इसे एक अवसर के रुप में देख रहे हैं.


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