Maharashtra Coronavirus Vaccine: बूस्टर शॉट्स की कमी और मुंबई और महाराष्ट्र में कोविड मामलों के बढ़ने के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. कोविड-19 के प्रकोप की शुरुआत में, मुंबई और महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित हुए थे. महाराष्ट्र में 3 अप्रैल को मुंबई में 1,079 और महाराष्ट्र में 3,532 एक्टिव केस दर्ज किए गए. छह जिलों की पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से अधिक है.
क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री सावंत?
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने कहा, "महाराष्ट्र में कोरोना मामले बढ़ रहे हैं. हमारे पास लगभग 3,500 एक्टिव केस हैं. लेकिन मरीज के ठीक होने की रेट लगभग 98 फीसदी है. राज्य भर में केवल 52 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. ये मरीज ऑक्सीजन या वेंटिलेटर सपोर्ट पर नहीं हैं. हम कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. घबराने की जरूरत नहीं है."
लोगों से की गई ये अपील
हालांकि, मंत्री ने नागरिकों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया, क्योंकि अधिकांश लोगों के गर्मी की छुट्टियों के दौरान यात्रा करने की उम्मीद है. सावंत ने कहा, “अप्रैल-मई में स्कूल बंद रहते हैं. लोग विभिन्न स्थलों के लिए अपनी छुट्टियों की योजना बनाते हैं, कई गांव इस अवधि के दौरान अपने वार्षिक मेले आयोजित करते हैं. ऐसे में संभावना है कि पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ सकती है, लेकिन हमें घबराना नहीं चाहिए. जब आप बाहर हों तो बस कोविड-19 दिशा निर्देशों का पालन करें. प्रसार को रोकने के लिए भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें. XBB.16 एक डाइल्यूटेड वैरिएंट है, इसलिए लोगों को डरने की जरूरत नहीं है"
यहां अधिक आ रहे मामले
महाराष्ट्र में, सोलापुर, सतारा, सांगली, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग और पुणे जिले पिछले कुछ दिनों से 10 फीसदी से अधिक की पॉजिटिविटी दर्ज कर रहे हैं. मंत्री ने विपक्ष के इस आरोप का खंडन किया कि कोविड टास्क फोर्स की भी अभी तक बैठक नहीं हुई है. “टास्क फोर्स की बैठकें हुई हैं जिसमें उन्होंने हमारा मार्गदर्शन किया है. जो लोग इस तरह के आरोप लगा रहे हैं उन्हें तथ्यों की जांच करनी चाहिए.
बूस्टर डोज की कमी
कोविड टेस्टिंग किट और बूस्टर डोज की कमी के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने माना कि बूस्टर डोज की कमी है. उन्होंने कहा, "हमने इसके लिए केंद्र से अनुरोध किया है, और स्टॉक तीन-चार दिनों के भीतर आने की उम्मीद है." सावंत ने हालांकि टेस्टिंग किटों की कमी के दावों का खंडन किया. उन्होंने कहा, “हम छह प्रभावित जिलों में प्रतिदिन 8,000 टेस्टिंग कर रहे हैं. कमी कैसे हो सकती है?”