Maharashtra Covid-19: महाराष्ट्र में 31 से 40 की उम्र के लोग हुए सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित, बुजुर्गों की मौतें सबसे ज्यादा
महाराष्ट्र में कोरोना की अबतक की सभी लहरों में सबसे ज्यादा 31 से 40 की उम्र के लोग संक्रमति हुए हैं. वहीं सबसे ज्यादा मौतें 61 से 70 आयु वर्ग में दर्ज की गई हैं.
Maharashtra Covid-19: महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की वजह से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था लेकिन राज्य में मौतों और मामलों को लेकर ताजा डाटा दिखाता है कि पिछले दो सालों में महामारी ने कैसे हर आयु वर्ग को प्रभावित किया है. बता दें कि सभी आयु वर्ग में 31 से 40 की उम्र के लोग सबसे ज्यादा संक्रमण से प्रभावित हुए हैं. इस आयुवर्ग में 21 से 24 प्रतिशत मामले पाए गए. वहीं 21 से 30 आयु वर्ग के लोग 17 से 21 प्रतिशत कोरोना प्रभावित हुआ.
सबसे ज्यादा किस आयु वर्ग में मौतें दर्ज की गई हैं
वहीं सभी आयु वर्ग में कोरोना से मौतों की बात करें तो सबसे ज्यादा मौते बुजुर्गों की हुई हैं. दरअसल 61 से 70 आयु वर्ग के बुजुर्गों की सबसे ज्यादा कोरोना से मौतें दर्ज की गई हैं. वर्ष 2020 के 54 हजार 547 मौतों के विशलेषण से पता चलता है कि 30 प्रतिशत मौते 61 से 70 आयु वर्ग के लोगों की हुई. वहीं 51 से 60 आयु वर्ग के 24 प्रतिशत लोगों ने कोरोना संक्रमित होकर जान गंवाई. वहीं 2021 में 88 हजार 915 मौतों में 61 से 70 आयु वर्ग के 27.5 फीसदी बुजुर्गों की कोविड से मौत हुई है. वहीं 51 से 60 आयु वर्ग के 23 प्रतिशत लोगों की जिंदगी कोरोना ने छीन ली.
कोरोना की ताजा लहर बच्चों के लिए हो सकती है घातक
लेकिन ताजा लहर के दौरान 51 से 60 आयु वर्ग की मौतों का ग्राफ नीचे गिरा है और यह कुल मौतों का 12 प्रतिशत है. हालांकि एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि कोरोना की आगामी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है. चलिए यहां आंकड़ों से जानते हैं 2020 से अब तक किस आयु वर्ग में कितने मामले सामने आए और कितनी मौते हुई हैं
51 से 60 आयुवर्ग में 2020 से 22 तक मामले और मौतें
- 2020- 3.15 लाख मामले (16%), मौतें- 12,840 (24%)
- 2021- 6.48 लाख मामले (14%), मौतें- 20,262 (23%)
- 2022 (मार्च)- 1.42 लाख मामले (12%), मौतें- 275 (12%)
19 वर्ष से कम आयुवर्ग में 2020 से 2022 तक मामले और मौतें
- 2020- 1.96 लाख मामले (10%), मौतें- 313 (.58%)
- 2021- 5.16 लाख मामले (11%), मौतें- 355 (.4%)
- 2022 (मार्च)- 1.26 लाख मामले (11%), मौतें- 51 (2.2%)
गंभीर बीमारियों वाले लोगों को है कोरोना से ज्यादा खतरा
गौरतलब है कि पिछली कोरोना की लहर के मुकाबले इस बार आम आदमी को वैक्सीन और मास्क से सुरक्षित किया जा सकता है. वहीं देखा ये जा रहा है कि जिन लोगों में पहले से गंभीर बीमारियां हैं उन्हें ही ज्यादा खतरा है. 71 साल से ऊपर के लोगों को स्वस्थ होने में चुनौतियों का सामना करना पड रहा है जबकि पिछली लहरों के मुकाबले इस बार 51 से 60 आयु वर्ग के लोग जल्द स्वस्थ हो रहे हैं.
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