Mumbai News: अपराध का पता लागाने में नाकाम साबित हो रही मुंबई पुलिस, 2022 में क्राइम डिटेक्शन रेट 14 फीसदी गिरा
Maharashtra News: रिपोर्ट के अनुसार जिन अपराधों का पता नहीं लगाया जा सका उनमें से ज्यादातर अपराध साइबर क्राइम से जुड़े हुए हैं. वहीं महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी वृद्धि हुई है.
Mumbai Crime: मुंबई पुलिस द्वारा शहर में हुए अपराधों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई में अपराध का पता लगाने की दर में 2021 के मुकाबले 2022 में 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि शहर में अपराध के ग्राफ में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन अपराधों का पता नहीं लगाया जा सका उनमें से ज्यादातर अपराध साइबर क्राइम से जुड़े हुए हैं.
स्ट्रीट क्राइम में हुई 100 प्रतिशत की वृद्धि
रिपोर्ट कहती है कि कोरोना महामारी के बाद 2021 में दर्ज क्राइम के 4,534 मामलों की तुलना में पिछले साल चोरी के मामलों की संख्या तीन गुना बढ़कर 14,818 हो गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि स्ट्रीट क्राइम (सड़क और गलियों में होने वाले अपराध) जैसे चोरी, हमले, छेड़छाड़, डकैती और चेन स्नेचिंग के मामलों में 2022 में लगभग 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अपराध का पता लगाने के मामलों में 14 प्रतिशत की गिरावट के साथ साल 2022 में यह गिरावट 68 प्रतिशत रही जो साल 2021 में 82 प्रतिशत थी.
संगीन अपराधों मे हुई मामूली वृद्धि
पुलिस की रिपोर्ट कहती है कि मुंबई में साल 2022 में अपराध में कुल मिलाकर 9 प्रतिशत की वृ्द्धि हुई है और इनमें ज्यादातर चोरी, छेड़छाड़, चेन स्नेचिंग जैसे स्ट्रीट क्राइम शामिल हैं.रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2022 में गंभीर अपराधों जैसे डकैती, रेप, और जबरन वसूली के मामलों में मामूली वृद्धि हुई और इसी दौरान हत्या, घर तोड़ने और दंगों जैसे अपराधों में कभी आई है. वहीं गंभीर अपराध जो दर्ज हुए हैं उनमें मामूली वृद्धि देखी गई है.
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढे़ अपराध
रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में बच्चों और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में वृद्धि देखी गई. साल 2021 जहां इनकी संख्या 5497 थी वहीं 2022 में यह बढ़कर 6133 हो गए. 6133 केसों में से 1157 केस पोक्सो एक्ट के तहत जबकि 1155 मामले नाबालिग लड़कों और लड़कियों के अपहरण से संबंधित हैं. रिपोर्ट के अनुसार रेप के मामलों में भी इस साल वृद्धि दर्ज हुई है. 2021 में रेप के जहां 888 मामले दर्ज हुए थे वहीं 2022 में रेप के 984 मामले दर्ज हुए. 2021 में छेड़छाड़ के 2076 मामले दर्ज हुए थे जो 2022 में बढ़कर 2347 हो गए. इसके अलावा दहेज से जुड़े मामलों में भी वृद्धि हुई है. साल 2021 में ऐसे 785 मामले सामने आए थे जो 2022 में बढ़कर 868 हो गए.
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