Ajit Pawar: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मराठा आरक्षण को लेकर हुई बैठक में कार्यकर्ताओं के बीच असमंजस की स्थिति देखने को मिली. उपमुख्यमंत्री अजित पवार के सामने योगेश केदार और उनके साथ आये कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हुई. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कोल्हापुर कलेक्टरेट में ध्वजारोहण किया. इसके बाद मराठा आरक्षण को लेकर कोल्हापुर कलेक्टर कार्यालय में बैठक आयोजित की गई.


अजित पवार के सामने कार्यकर्ताओं का हंगामा
इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार शामिल हुए. इस दौरान योगेश केदार और उनके साथ आये कार्यकर्ताओं ने अफरा-तफरी मचा दी. बैठक के दौरान योगेश केदार और कार्यकर्ताओं ने अजित पवार से पूछा कि क्या यह बैठक कोल्हापुर के समुदाय के लिए है या राज्य के मराठा समुदाय के लिए है. साथ ही उन्होंने ओबीसी से आरक्षण देने की भी मांग की. कार्यकर्ता मेज पर हाथ रखकर हंगामा करने लगे. इस समय अजित पवार ने आंदोलनकारियों को समझाने की कोशिश की. इसके बाद यहां पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी तैनात कर दी गई. इस बीच योगेश केदार और कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी हुई. 


बैठक के बाद अजित पवार ने क्या कहा?
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अजित पवार ने मराठा आरक्षण को लेकर हुई बैठक की जानकारी दी. अजीत पवार ने कहा कि उन्होंने जिला कलेक्टर से कोल्हापुर के मुद्दों के बारे में जाना. इस मौके पर विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों की मुलाकात हुई. मराठा आरक्षण को लेकर चर्चा की. सकल मराठा समाज की बैठक में सभी की बात सुनी गई. दूसरे इलाके से कुछ लोग आये थे. कलेक्टर और एसपी के साथ उस प्रतिनिधिमंडल की बातें सुनने के बाद मैंने उस पर अपनी राय व्यक्त की.


इसके अलावा मराठा आरक्षण पर बात करते हुए अजित पवार ने कहा, ''मराठा समुदाय के नागरिकों के साथ हमारा समझौता हो गया है. मराठा समुदाय के मामले में हमने जो फैसला लिया था, वह हाई कोर्ट में नहीं टिक सका, लेकिन मराठा समुदाय की मदद के लिए कई फैसले लिए गए हैं.''


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