Pune District Central Cooperative (PDCC) Bank: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे जिला केंद्रीय सहकारी (पीडीसीसी) बैंक के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है. मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया. बैंक के अध्यक्ष डॉ. दिगंबर दुर्गाडे ने बताया कि पवार ने उपमुख्यमंत्री बनने के बाद काम का बोझ बढ़ने और अपनी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में जिम्मेदारियां बढ़ने का हवाला देते हुए निदेशक पद छोड़ने का फैसला किया. क्योंकि बैंक के कामकाज में समय दे पाना उनके लिए संभव नहीं है.
सहकारी क्षेत्र में नंबर एक बैंक बनाया
बयान में कहा गया कि पवार के नेता 1991 से बैंक के निदेशक थे. उनके नेतृत्व में इसने उल्लेखनीय प्रगति की और यह देश में सहकारी क्षेत्र में नंबर एक बैंक बन गया. इसमें कहा गया कि जब पवार निदेशक बने थे, उस समय बैंक का कारोबार 558 करोड़ रुपये का था और अब यह 20,714 करोड़ रुपये का है. यह कारोबार सभी जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों में भी सबसे ज्यादा है.
क्या बोले अध्यक्ष दिगंबर दुर्गाडे?
विशेष रूप से, पवार 1991 से 32 वर्षों तक इस पद पर रहे. अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने बैंक को राज्य की बैंकिंग रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जिला बैंक के अध्यक्ष ने इस स्थिति की औपचारिक पुष्टि की है. अध्यक्ष दिगंबर दुर्गाडे ने कहा, "अजित पवार द्वारा बैंक के निदेशक पद से इस्तीफा देने के फैसले का श्रेय उपमुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्य से जुड़े बढ़े हुए काम के बोझ और उनकी राजनीतिक पार्टी के भीतर बढ़ती जिम्मेदारियों को दिया जाता है."
भले ही अजित पवार ने निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन दिगंबर दुर्गाडे ने स्पष्ट किया है कि पुणे जिला केंद्रीय सहकारी बैंक उनके नेतृत्व और मार्गदर्शन में काम करना जारी रखेगा.