Maharashtra NCP Crisis: महाराष्ट्र की राजनीति का 'खेला' अभी खत्म नहीं हुआ है बल्कि यह तो रोज-रोज दिलचस्प होता जा रहा है. वजह है शरद पवार और उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी. एनसीपी में बगावत 2 जुलाई को ही हो गई थी. लेकिन पिछले चार दिन से जिस तरह अजित पवार गुट का शरद पवार के यहां आना-जाना लगा है उससे सियासी गलियारों में कयास लग रहे हैं कि शायद राजनीति खेल अभी खत्म नहीं हुआ है.
प्रफुल्ल पटेल ने क्या कहा?
इस मुलाकात के बाद एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हम अजित पवार के साथ शरद पवार का आशीर्वाद लेने आए थे. हमने उनसे अनुरोध किया कि पार्टी को उनके नेतृत्व में एकजुट रहना चाहिए. उन्होंने हमारी बात सुनी, लेकिन इस पर कुछ नहीं कहा. पटेल ने बताया कि वह और अजित पवार मंगलवार को दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल होंगे.
चार दिन में तीसरी मुलाकात
सोमवार को अजित पवार ने पिछले चार दिन में तीसरी बार शरद पवार से मुलाकात की. 2 जुलाई के बाद पहली बार वह शुक्रवार शाम को शरद पवार के आवास सिल्वर ओक पहुंचे थे. अजित पवार ने वजह बताई कि वह अपनी चाची (प्रतिभा पवार) से मिलने गए थे. उनके हाथ की सर्जरी हुई थी. अजित पवार उनके काफी करीबी भी बताए जाते हैं. इसके बाद रविवार दोपहर अजित पवार अचानक अपने मंत्रियों के साथ वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, वहां शरद पवार पहले से एक मीटिंग में व्यस्त थे.
जयंत पाटिल ने मीडिया को दी जानकारी
शरद पवार खेमे के नेता जयंत पाटिल ने अजित पवार खेमे की शरद पवार से मुलाकात पर मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि, अजित पवार अपने समर्थक विधायकों और एमएलसी के साथ शरद पवार से मिले. उनमें से अधिकांश ने उनके पैर छुए और आशीर्वाद मांगा है. उन्होंने चल रहे मुद्दों के बीच कोई बीच का रास्ता निकालने की मांग की. उनकी विश्वसनीयता पर संदेह होने का सवाल ही नहीं उठता. यदि कोई उनसे मिलना चाहता है तो वे आने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन शरद पवार अपने रुख पर कायम हैं.