Maratha Reservation News: महाराष्ट्र में शुरू हुई मराठा आंदोलन की मांग ने राजनीतिक सरगर्मी भी पैदा कर दी है. एक ओर जहां बीते दिनों मराठा आरक्षण को लेकर समुदाय के लोग आत्महत्या कर ली, वहीं अब 40 दिन की समयसीमा खत्म होने पर मराठा आंदोलन की अगुवाई कर रहे मराठा समुदाय के नेता मनोज जारांगे पाटिल ने आमरण अनशन भी शुरू कर दिया है. इस बीच अब मराठा आरक्षण को लेकर राजनेता भी खुलकर सामने आ रहे हैं.


दरअसल डिप्टी सीएम अजित पवार गुट के पारनेर विधायक नीलेश लंके ने मराठा आरक्षण पर अपनी सहमती जताई है और इसका समर्थन करते हुए सरकार को बड़ी चेतावनी दी है. विधायक नीलेश लंके का कहना है कि अगर मराठा आरक्षण की मांग पूरी नहीं की गई तो विधानसभा का शीतकालीन सत्र बंद करने की बात कही है. जानकारी के अनुसार पारनेर विधायक नीलेश लंके ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मराठा कार्यकर्ता मनोज जारांगे से भी मुलाकात की है.


मराठा आरक्षण के समर्थन में आए एनसीपी विधायक


बताया जा रहा है कि मराठा कार्यकर्ता मनोज जारांगे के आह्वाहन पर महाराष्ट्र के ज्यादातर गांव में लोग मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं. वहीं अभी तक आरक्षण नहीं दिए जाने को लेकर गांवों में राजनीतिक नेताओं के आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. फिलहाल मराठा आरक्षण की मांग उठाने के कारण विधायक नीलेश लंके का कार्ला में किसी भी प्रकार का विरोध नहीं हुआ.


मराठा आरक्षण नहीं मिलने पर शीतकालीन सत्र का विरोध 


फिलहाल मराठा आरक्षण की मांग को लेकर नीलेश लंके ने मराठा समुदाय के लोगों को विश्वास दिलाया है कि वह आरक्षण की मांग पूरी नहीं होने की दशा में विधानसभा का शीतकालीन सत्र का विरोध करेंगे. बता दें कि राज्य सरकार की ओर से 30 दिन का समय मांगा गया था, जिस पर मराठा आंदोलन के अगुवा मनोज जारांगे पाटिल ने सरकार को 40 दिन की समयसीमा दी थी. जिसके खत्म होने पर मराठा आरक्षण की मांग पूरी नहीं होने पर अब यह आंदोलन उग्र हो गया है.


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