Maharashtra News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने गुरुवार (12 सितंबर) को कहा कि एक पार्टी के कुछ लोग एक खास समुदाय को निशाना बनाकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ऐसी भाषा का कड़ा विरोध करती है. वह जाहिर तौर पर बीजेपी विधायक नितेश राणे का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने हाल ही में एक सभा में यह कि सभा में मौजूद लोगों को केवल हिंदुओं के साथ ही व्यापारिक लेन-देन करना चाहिए.


चाकण में एक सभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, "आज एक राजनीतिक दल के कुछ लोग एक खास समुदाय और धर्म को निशाना बनाकर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. हम ऐसी भाषा का समर्थन नहीं करते और इसका कड़ा विरोध करते हैं. इस तरह की आपत्तिजनक भाषा समाज में दरार पैदा करती है. "


मतदान करते समय भावनात्मक न हों- अजित पवार
अजित पवार ने वहां उपस्थित लोगों से मतदान करते समय भावनात्मक न होने का अनुरोध किया और उनका समर्थन मांगा. अजित पवार ने कहा कि पिछले 34 सालों से लोगों की सेवा किए जाने के बावजूद उन्हें अब तक सर्वश्रेष्ठ भाषण के लिए या सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार नहीं मिला है.


बता दें कणकवली विधायक इससे पहले विवादों में रहे हैं. कुछ दिनों पहले बीजेपी विधायक नितेश राणे ने एक विवादास्पद बयान दिया था. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर महंत रामगिरी महाराज के खिलाफ किसी ने कुछ कहा, तो मस्जिदों में घुसकर चुन-चुन कर मारेंगे. इस बयान के बाद अहमदनगर पुलिस ने श्रीरामपुर और तोपखाना थानों में राणे के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थी.


अपने भाषण के दौरान राणे ने कहा, "मैं तुम्हें उसी भाषा में धमकी दे रहा हूं जो तुम्हें समझ में आती है. अगर हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ कुछ भी कहा गया, तो हम मस्जिदों के अंदर जाकर चुन-चुन कर मारेंगे. इसे याद रखना."




ये भी पढ़ें: महायुति में 'लाड़ली बहन योजना' का श्रेय लेने की मची होड़, शिंदे गुट के इस बयान से बढ़ सकती है अजित पवार की टेंशन