Maharashtra News: डिप्टी CM फडणवीस बोले- 'द कश्मीर फाइल्स' में सच दिखाया गया, आदित्य ठाकरे ने कही ये बात
Mumbai News: गोवा में 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने सोमवार को ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘प्रोपेगेंडा’ और ‘वल्गर’ फिल्म बताया था.
The Kashmir Files Controversy: इन्टरनैशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया 2022 के इंटरनेशनल जूरी हेड नदव लापिद (Nadav Lapid) द्वारा 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) फिल्म पर की गई टिप्पणी के बाद यह फिल्म एक बार फिर से चर्चा में आ गई है. नदव लापिद ने इस फिल्म को 'वल्गर' और 'प्रोपेगेंडा' वाली फिल्म बताया है. उनके इस बयान की पूरे देश में आलोचना हो रही है. उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि द कश्मीर फाइल्स में सच दिखाया गया है. इस फिल्म को पूरी रिसर्च के साथ बनाया गया और सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को मंजूरी दी थी. उन्होंने कहा कि फिल्म के बारे में किसी को भी ऐसी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने भी इस फिल्म को लेकर प्रतिक्रिया दी है. आदित्य ने कहा कि मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है लेकिन मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि जो वहां कश्मीरी हैं उनके बारे में क्या वाकई कोई कदम उठाया जा रहा है? उन्होंने कहा कि कई कश्मीरी परेशान हैं, उनके लिए काम करना जरूरी है.
इजराइली राजदूत ने की नदव लापिद की आलोचना
बता दें कि इजराइली फिल्म निर्देशक और भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के अंतरराष्ट्रीय जूरी अध्यक्ष नदव लापिद ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में घिर गए हैं. इजराइल के राजूदत ने लापिद के बयान की आलोचना की और कहा कि उन्होंने भारत के निमंत्रण का दुरुपयोग किया.
फिल्म समुदाय के कुछ लोगों ने किया लापिद का बचाव
गौरतलब है कि गोवा में 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने सोमवार (28 नवंबर) को हिंदी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘प्रोपेगेंडा’ और ‘वल्गर’ फिल्म बताया था. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं और अनुपम खेर एवं रणवीर शौरी जैसे अभिनेताओं और फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने लापिद के बयान की आलोचना की. कांग्रेस और फिल्म समुदाय में कुछ लोगों ने इजराइली फिल्मकार का बचाव किया है.
'शिंडलर्स लिस्ट' से की 'द कश्मीर फाइल्स' की तुलना
इफ्फी 2022 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लापिद ने कहा कि फिल्म समारोह में इस फिल्म का प्रदर्शन किए जाने से वह 'परेशान और हैरान' हैं. इस समारोह में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ ही खेर और बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार तथा अभिनेत्री आशा पारेख भी शामिल हुईं. अग्निहोत्री ने नब्बे के दशक में आतंकवाद के कारण घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को दिखाने वाली ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तुलना स्टीवन स्पिलबर्ग की नरसंहार पर आधारित फिल्म ‘शिंडलर्स लिस्ट’ से की.
भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन समेत कई लोगों ने 1993 की ऑस्कर विजेता इस फिल्म का जिक्र किया है. गिलोन ने सिलसिलेवार ट्वीट कर एक खुले पत्र में कहा कि लापिद को ‘शर्मिंदा’ होना चाहिए और उन्होंने इसकी वजह भी दी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस तरह के बयानों की कड़ी निंदा करता हूं. इसका कोई औचित्य नहीं है. यह यहां कश्मीर मुद्दे की संवेदनशीलता दिखाता है.’’ इजराइली राजदूत ने फिल्म निर्माता की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें ‘शर्मिंदा’ होना चाहिए क्योंकि उन्होंने फिल्म महोत्सव में जज के पैनल की अध्यक्षता करने के भारत के निमंत्रण का ‘सबसे अधिक दुरुपयोग’ किया.
कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर आधारित है फिल्म
‘द कश्मीर फाइल्स’ के लेखक एवं निर्देशक विवेक अग्निहोत्री हैं. फिल्म पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी पंडितों की हत्या के बाद समुदाय के कश्मीर से पलायन पर आधारित है. ‘द कश्मीर फाइल्स’ इस साल 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. यह इफ्फी के ‘इंडियन पनोरमा सेक्शन’ का हिस्सा थी और इसका 22 नवंबर को प्रदर्शन किया गया था.
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