Maharashtra Politics: देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक विरोधियों पर करारा हमला, इशारों में ही उद्धव ठाकरे को दिया जवाब
Maharashtra के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने राजनीतिक करियर को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि “अगर कोई मेरा करियर खत्म करना चाहता है, तो भी ऐसा नहीं होने वाला है. मैं यहां रहूंगा."
Devendra Fadnavis Vs Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने राजनीतिक विरोधियों पर कड़ा प्रहार किया है. दरअसल यह घोषणा करते हुए कि उनके पास अभी भी लंबी राजनीतिक पारी है, उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि, “अगर कोई मेरा करियर खत्म करना चाहता है, तो भी ऐसा नहीं होने वाला है. मैं यहां रहूंगा." नागपुर में मीडिया से बातचीत में फडणवीस के शब्द, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की उस भविष्यवाणी पर एक स्पष्ट प्रतिक्रिया थी जिसमें ठाकरे का इशारा था कि अगला चुनाव फडणवीस के लिए आखिरी चुनाव भी होगा, जिसका अर्थ है कि भाजपा चुनाव हारने के लिए तैयार है.
ठाकरे को देवेंद्र फडणवीस ने दिया जवाब
उन्होंने एक दिन पहले गोरेगांव में शिवसेना की एक रैली में ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और फडणवीस को एक महीने के भीतर चुनाव कराने की चुनौती दी थी. सीधे तौर पर किसी का नाम लिए बिना, फडणवीस ने कहा, "मुद्दई लाख बुरा चाहा तो क्या होता है, वही होता है जो तकदीर में लिखा होता है." भाजपा नेता ने तुरंत यह इंगित किया कि अतीत में भी उनके राजनीतिक विकास को विफल करने के प्रयास किए गए थे. फडणवीस ने कहा कि “2019 के विधानसभा चुनावों में, उन्होंने (उद्धव ठाकरे और शिवसेना ने) चुनाव जीतने के लिए नरेंद्र मोदी की तस्वीरों का इस्तेमाल किया. लेकिन चुनाव के बाद उन्होंने भाजपा को धोखा देते हुए कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन किया. अपने 2.5 साल के शासन में, तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी ने मेरे राजनीतिक करियर को खत्म करने के लिए हर संभव कोशिश की. लेकिन वे असफल रहे."
बीजेपी के राज्य प्रमुख ने ठाकरे पर बोला हमला
इससे पहले, राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने फडणवीस के राजनीतिक करियर के अंत की भविष्यवाणी करने के लिए ठाकरे के खिलाफ तीखा हमला किया. उन्होंने कहा, 'ठाकरे ने हमेशा खुद को अपने परिवार और खुद तक ही सीमित रखा है. जिसने कभी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की परवाह नहीं की, उन्हें भाजपा और फडणवीस की चिंता करना बंद कर देना चाहिए...ठाकरे को अपने संगठन को देखना चाहिए.'