Maharashtra News: वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर परियोजना हाथ से निकलने पर बोले फडणवीस, कहा- पड़ोसी राज्य 'कोई पाकिस्तान नहीं'
Maharashtra के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर परियोजना हाथ से निकलने पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य 'कोई पाकिस्तान नहीं' है.
Maharashtra News: गुजरात में वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर परियोजना हासिल करने को लेकर आलोचना झेल रहे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि पड़ोसी राज्य 'कोई पाकिस्तान नहीं' है. उन्होंने राज्य की पूर्व एमवीए सरकार पर घूस का भी आरोप लगाया. भाजपा नेता ने दावा किया कि जब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार सत्ता में थी और गुजरात आगे बढ़ा, तो किसी भी सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए "दस प्रतिशत कमीशन" का भुगतान करना पड़ा.
इन परियोजनाओं को लेकर फडणवीस ने एमवीए पर साधा निशाना
ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का नाम लिए बिना, फडणवीस ने पालघर में रत्नागिरी और वधावन बंदरगाह में एक रिफाइनरी जैसी बड़ी टिकट परियोजनाओं का विरोध करने और मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और मुंबई मेट्रो चरण 3 को रोकने के लिए पार्टी पर निशाना साधा. उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल से मुलाकात की और राज्य ने गुजरात की पेशकश के अनुरूप कंपनी को एक विशेष पैकेज की पेशकश की, लेकिन उन्हें बताया गया कि परियोजना को पड़ोसी राज्य में स्थानांतरित करने का निर्णय अंतिम चरण में था.
गुजरात कोई पाकिस्तान नहीं- फडणवीस
उन्होंने कहा, 'यह फैसला हमारे सत्ता में आने से पहले ही ले लिया गया था. जब हम सत्ता में आए तो हमने हर संभव कोशिश की. जिन्होंने कुछ नहीं किया वे हम पर उंगलियां उठा रहे हैं.' फडणवीस ने कहा कि एमवीए के कार्यकाल के दौरान विदेशी निवेश आकर्षित करने में महाराष्ट्र गुजरात से पीछे रह गया, लेकिन अगले दो वर्षों में वर्तमान सरकार महाराष्ट्र को आगे ले जाएगी. फडणवीस ने कहा, "गुजरात कोई पाकिस्तान नहीं है. यह हमारा भाई है. यह एक स्वस्थ प्रतियोगिता है. हम कर्नाटक से आगे निकलना चाहते हैं." उन्होंने कहा कि विपक्ष की नीति 'सब कुछ रोक देना' है और इस तरह की नीति से महाराष्ट्र गुजरात को हरा नहीं सकता.
फडणवीस ने अपने कार्यकाल को दिलाया याद
फडणवीस ने दावा किया कि 2013 में राज्य में विदेशी निवेश 6 अरब अमेरिकी डॉलर था जो 2014 से 2019 के दौरान मुख्यमंत्री रहते हुए बढ़कर 26 अरब डॉलर हो गया. डिप्टी सीएम ने कहा, "दुर्भाग्य से, पिछले दो वर्षों में हमारी स्थिति फिसल गई और गुजरात सूची में सबसे ऊपर है और यह 3 बिलियन अमरीकी डॉलर से 23 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया और महाराष्ट्र में निवेश 26 बिलियन अमरीकी डॉलर से घटकर 18 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया." उन्होंने कहा कि सिर्फ बयानबाजी करने से कोई पड़ोसी राज्य को नहीं हरा सकता लेकिन इसके लिए नीतियों की जरूरत होती है.
एमवीए पर कमीशन को लेकर लगाया आरोप
उन्होंने एमवीए का नाम लिए बिना कहा कि "पिछले दो वर्षों में, घोषित प्रत्येक सब्सिडी के लिए, 10 प्रतिशत कमीशन का भुगतान करना पड़ा....2014-19 से, एक पैसा भी नहीं दिया जाना था. अगर आपको सब्सिडी पाने के लिए रिश्वत देनी है तो स्थिति की कल्पना करें." फडणवीस ने कहा कि जामनगर रिफाइनरी और मुंद्रा बंदरगाह गुजरात की अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ हैं और रत्नागिरी में प्रस्तावित रिफाइनरी जामनगर की तुलना में तीन गुना बड़ी होनी चाहिए, लेकिन समय की हानि के कारण (परियोजना के विरोध के कारण) निवेश कम हो जाएगा और महाराष्ट्र ने एक अवसर खो दिया था.
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