Maharashtra Politics: शिवसेना की नव नियुक्त उपनेता अनीता बिरजे ने आज प्रतिद्वंद्वी एकनाथ शिंदे गुट के नेताओं से कहा कि शिवसैनिकों की भावनाओं से न खेलें. बिरजे ठाणे शहर के आनंद आश्रम में शिवसेना के दिवंगत वरिष्ठ नेता आनंद दिघे को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात कर रही थीं, जहां सैकड़ों शिवसैनिक समर्थन दिखाने के लिए जमा हो गए. दिघे की करीबी सहयोगी रहीं बिरजे को रविवार को उद्धव ठाकरे नीत गुट का उपनेता नियुक्त किया गया था. बिरजे शिवसेना की महिला इकाई की प्रमुख थीं. आनंद दिघे के भतीजे केदार को पार्टी की ठाणे इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था.


शिंदे गुट के नेता शिवसैनिकों की भावनाओं से न खेलें-बिरजे 


बिरजे ने कहा कि पार्टी में विद्रोह के बाद शिवसैनिक भ्रमित थे, लेकिन नए नेताओं की नियुक्ति की घोषणा के बाद जिले और राज्य में नागरिकों की सेवा के लिए खुले तौर पर सामने आए हैं. उन्होंने कहा, “हम दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के तय किए गए मार्ग पर चलेंगे, जिसमें 80 फीसदी सामाजिक कार्य और 20 प्रतिशत राजनीति होती है.” पार्टी नेता ने कहा कि प्रतिद्वंद्वी समूह के नेताओं को शिवसैनिकों की भावनाओं से नहीं खेलना चाहिए और अगर ऐसा करने की कोशिश की गई तो जवाब मिलेगा.


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शिवसेना से बगावत कर शिंदे की अगवाई में बनी है सरकार


केदार दिघे और ठाणे से सांसद राजन विचारे भी इस मौके पर मौजूद थे. पत्रकारों से बातचीत करते हुए विचारे ने कहा कि बागियों को पार्टी में अपनी स्थिति को नहीं भूलना चाहिए और अन्य को परेशान किए बिना अपना काम करना चाहिए. गौरतलब है कि शिंदे की अगुवाई में शिवसेना के 40 विधायकों ने पिछले महीने पार्टी से बगावत कर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को गिरा दिया था. महा विकास आघाड़ी का नेतृत्व आदित्य ठाकरे के पिता उद्धव ठाकरे कर रहे थे. 


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