Maharashtra Doctors Protest: महाराष्ट्र के रेजिडेंट डॉक्टर ने राज्य सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिए जाने के बाद गुरूवार को अपनी हड़ताल वापस ले ली. कोलकाता में एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना के विरोध में 10 दिन पहले चिकित्सक हड़ताल पर चले गए थे.


मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रेजिडेंट डॉक्टर को आश्वासन दिया कि कार्यस्थल पर उनकी सुरक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यहां बताया गया कि आश्वासन के बाद, महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने अपनी हड़ताल वापस लेने की घोषणा की.


हड़ताल के दौरान, चिकित्सकों ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए काम नहीं किया. विज्ञप्ति में कहा गया कि शिंदे ने छात्रावास की उपलब्धता और नियमित वजीफे के भुगतान की उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन भी दिया.


उच्चतम न्यायालय द्वारा अपील किए जाने के बाद, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) ने कोलकाता में एक प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित तौर पर दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना के विरोध में जारी अपनी हड़ताल को ‘‘अस्थायी रूप से स्थगित’’ दिया, लेकिन कहा कि वह दो सप्ताह में अपने रुख की समीक्षा करेगा.


इससे पहले, शीर्ष अदालत ने आज देशभर में आंदोलन कर रहे चिकित्सकों से काम पर लौटने की अपील की. एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि उच्चतम न्यायालय की अपील के मद्देनजर और मरीजों के हित में एफओरआरडीए ने अपने सभी सदस्यों से हड़ताल को अस्थायी रूप से स्थगित करने और शुक्रवार से अपने काम पर लौटने का अनुरोध किया है.


एफओआरडीए ने इस बात पर जोर दिया कि हड़ताल को सिर्फ स्थगित किया गया है, समाप्त नहीं किया है और वे आर जी कर मेडिकल कॉलेज में अपने सहकर्मियों की मांगों से संबंधित रुख पर नजर रहे हैं और दो सप्ताह में अपने रुख की समीक्षा करेंगे.


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