Shinde Faction Vs Uddhav Faction: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सीएम एकनाथ शिंदे गुट के मुख्य सचेतक भरत गोगावले ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखकर उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की है. गोगावले ने कहा कि हमने व्हिप की अवहेलना करने वाले सभी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए नोटिस दिया है. बालासाहेब ठाकरे के प्रति सम्मान के कारण वर्ली से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को नोटिस जारी नहीं किया गया है.
शिंदे गुट के 16 विधायकों के अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने रविवार को ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे के भरत गोगावले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया था. शिंदे गुट का कहना है कि वही असली शिवसेना है. वहीं उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि शिंदे शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं हैं. शिवसेना में बगावत के बाद पार्टी ने शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की थी. मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. इस मामले में 11 जुलाई को सुनवाई होगी.
दोनों ने एक दूसरे के लिए जारी किया था व्हिप
इससे पूर्व महाराष्ट्र में शिवसेना पर दावा करने के लिए पार्टी के दो गुटों, एक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में और दूसरा पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में, ने अध्यक्ष के चुनाव के लिए अलग-अलग व्हिप जारी किए थे. बाद में दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर उनकी बात नहीं मानने का आरोप लगाया. शिवसेना विधायक (ठाकरे गुट) समूह के नेता अजय चौधरी ने शनिवार को सभी विधायकों को अपने विधानसभा अध्यक्ष उम्मीदवार राजन साल्वी को वोट देने के लिए व्हिप जारी किया था, वहीं शिंदे गुट के मुख्य सचेतक भरत गोगावाले ने विधायकों को बीजेपी के राहुल नार्वेकर के पक्ष में वोट करने के लिए व्हिप जारी किया था.
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