पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान देने को लेकर रामगिरी महाराज पर भड़के ओवैसी ब्रदर्स, बोले- 'पुलिस वाले अपनी...'
Maharashtra Election 2024: अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिस तरह पुलिसवालों ने उन्हें नोटिस भेजा है कि माहौल को नहीं खराब करेंगे, उसी तरह नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले को पकड़कर लाया जाना चाहिए.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में चुनावी प्रचार चरम पर है. राजनीतिक दलों के नेता जोर-शोर से चुनावी मैदान में जुटे हुए हैं. इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने मालेगांव में एक सभा को संबोधित किया. ओवैसी ने इस सभा में बिना नाम लिए पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान देने के आरोपी रामगिरी महाराज को गिरफ्तार करने की मांग की.
अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, "रसूल अल्लाह की शान में गुस्ताखी करने वाले को फौरन गिरफ्तार किया जाए, जेल में डाला जाए. हमें यकीन है कि मुल्क का कानून जरूर रसूल अल्लाह की शान में गुस्ताखी करने वाले को पकड़ेगा."
उन्होंने आगे कहा, "मुझे यकीन है कि जिस तरह इन सच्चे, बहादुर पुलिसवालों ने मुझे नोटिस भेजा है कि यहां के माहैल को नहीं खराब करेंगे, उसी तरह ये सच्चे बहादुर और जवां मर्द पुलिस वाले अपनी ड्यूटी करेंगे और उस गुस्ताख को भी पकड़कर लाएंगे."
‘नबी के खिलाफ बोला तो कोई पार्टी आगे नहीं आई’
इससे पहले एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम को मानने वालों के लिए पैगंबर मुहम्मद के लिए हमारे जिस्म से अगर पूरा खून भी निकल जाए तो हमारे लिए कम है. लेकिन, उनके खिलाफ बोलने वालों पर कोई एक्शन नहीं लिया. खाली एक केस दर्ज कर दिया.
उन्होंने कहा, "जिस शख्स ने हमारे नबी (SAW) को लेकर अनाप-शनाप बका, उसके खिलाफ कोई पार्टी आगे नहीं आई, अगर कोई आगे आया तो सिर्फ इम्तियाज जलील आगे आया. इम्तिया जलील ने कहा कि हम जुलूस निकालेंगे, हम औरंगाबाद से मुंबई जाएंगे."
‘गम और गुस्सा इजहार करने का तरीका है’
ओवैसी ने आगे कहा कि तब साजिश करने वाले लोगों ने कहा कि कुछ नहीं होगा. जुलूस निकला तो उसमें 15 हजार गाड़ियां थीं, जो लोग मजलिस के बारे में बोलते थे कि ये लोग रोड पर निकलेंगे तो दंगा होगा. लेकिन, आप लोगों ने महाराष्ट्र की तारीख में एक नई तारीख दर्ज करवाई. जब काफिला ठाणे के भिवंडी के पास पहुंचा तो उसे रोका गया और वहां के कलेक्टर को इसे संभालने की जिम्मेदारी दी गई.
उन्होंने कहा कि उस समय नौजवान बड़े ज्जबात में थे. वे इम्तिया जलील से मुंबई चलने के लिए कह रहे थे, तब उन्होंने कहा कि नहीं हमारा मकसद ये था कि हम सरकार को ज्ञापन दें और बताए कि हमारा गम और गुस्सा इजहार करने का ये तरीका है. इम्तियाज जलील चाहते तो उन हजारों गाड़ियों को लेकर मुंबई जा सकता थे. लेकिन, उन्होंने कहा कि हमारा मकसद लोगों को जज्बात में लाकर दंगा करना नहीं है, उन्होंने सब लोगों को वापस अपने घर भेज दिया.
रामगिरी महाराज ने दिया था विवादित बयान
बता दें कि अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर तालुका स्थित सरला बेट धाम के महंत रामगिरी महाराज ने पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके खिलाफ देश में कई जगहों पर प्रदर्शन हुआ था. वहीं हाल ही में उन्होंने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है. साथ ही माफी नहीं मांगेंगे. साथ ही रामगिरी महाराज ने यह भी कहा कि वह इस्लाम विरोधी नहीं हैं.
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