Maharashtra Assembly Election 2024: राज ठाकरे ने वर्ली सीट से अपना प्रत्याशी उतारा है. इस पर राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे (Amit Thackeray) ने कहा कि अगर आदित्य ने वर्ली में काम किया होता तो हम इस साल भी प्रत्याशी नहीं उतारते. वर्ली की जनता को हम निराशा नहीं कर सकते. अमित ठाकरे ने ठाकरे परिवार (उद्धव और राज) के भविष्य में एकजुट होने की संभावना को खारिज कर दिया. 


बीबीसी से बातचीत में अमित ठाकरे ने कहा, ''मेरे निजी इच्छा नहीं है. 2014 में भी प्रयत्न हुआ था एक बार कोशिश हुई उनकी तरफ से चीजें खराब हुईं. 2017 में जो हुआ. तब छह कॉर्पोरेटर चुराए गए. मैं राजनीति में नहीं था. मेरे पिता जिस मन:स्थिति से जूझ रहे थे वह भयानक था. खोखे देकर कॉर्पोरेटर चुराए गए थे. सातवें को भी कॉल आया था, वो नहीं गए. मुझे फोन करके उन्होंने बताया तब मेरे मन में आया कि इनसे (उद्धव ठाकरे) दो कदम दूर रहना बेहतर है.''


अमित की नहीं होती आदित्य से बात 


अमित ठाकरे ने बताया कि उनकी आदित्य ठाकरे से बात नहीं होती. अमित ने कहा, ''मेरी उनसे जुड़ने की इच्छा नहीं होती. मुझे नहीं लगता परिवार साथ आएगा. मेरा परिवार मेरे साथ हैं. बालासाहेब के दूसरे पोते और पोतियों जैसे कि जयदीप, राहुल या ऐश्वर्या से संपर्क में हूं. आदित्य से बात नहीं होती. इनलोगों से दूर रहना ठीक है.''


चुनाव लड़ने का फैसला क्यों किया?


अमित ठाकरे ने कहा, ''मेरी वजह सिर्फ इतनी है कि हमारे सांसद और विधायक होंगे, मेरी वह क्षमता नहीं है कि मैं उन्हें संभालूं. मैं बाहर रहकर रिमोट से चलाऊं, वह मेरा करिश्मा नहीं है. इसलिए मैंने यह स्वीकार कर लिया है सिस्टम में आकर काम करना चाहिए.''


मनसे ने लोकसभा चुनाव में बिना शर्त समर्थन दिया लेकिन एकनाथ शिंदे ने विधानसभा चुनाव में मनसे के खिलाफ प्रत्याशी उतारा? इस पर अमित ने कहा कि मेरे पिता कुछ वापस पाने की चाहत में समर्थन नहीं करते. उन्होंने मोदी जी को पांच मुद्दों पर सपोर्ट किया था. इनमें से एक पूरा हो गया और बाकी भी हम फॉलो-अप करेंगे. हमें राज्यसभा या विधान परिषद का पद नहीं चाहिए था.


देवेंद्र फडणवीस ने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि वह अमित ठाकरे को सपोर्ट करेंगे. इस पर अमित ठाकरे ने कहा, ''बड़े नेशनल लीडर मीडिया के सामने ऐसा कहते हैं तो मेरे लिए बड़ी बात है. मेरा पहला चुनाव है. बड़े नेता बात करते हैं तो अच्छी बात है.''


द्धव ने माहिम से उतारा प्रत्याशी तो यह बोले अमित


वर्ली में मनसे ने पिछले बार प्रत्याशी नहीं उतारा जब आदित्य पहली बार चुनाव  लड़ रहे थे लेकिन उद्धव ने अमित के खिलाफ प्रत्याशी उतारा है. इस पर अमित ने कहा, ''वो चुनाव लड़ेंगे मुझे अपेक्षित था. मुझे मालूम है कि वे कैसे हैं. जो  संस्कार बालासाहेब या श्रीकांत जी से मेरे पिता के पास आए थे वो मैं आगे लेकर जा सकता हूं कि दूसरे भी वही करें.''


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