महाराष्ट्र में नामांकन खत्म, सबसे ज्यादा किस पार्टी ने मौजूदा विधायकों का काटा टिकट? जानें
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार (29 अक्टूबर) को नामांकन के आखिरी दिन सियासी हलचल तेज रही.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन का शोर मंगलवार (29 अक्टूबर) को थम गया. बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं. सत्ता पर काबिज बीजेपी ने अपने आठ मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया. वहीं, कांग्रेस ने पांच मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अजित पवार और शरद पवार ने अपनी पार्टी के दो-दो मौजूदा विधायकों को इस बार मैदान में नहीं उतारा. सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दो विधायकों को छोड़कर लगभग सभी विधायकों को फिर से मैदान में उतारा है. ये विधायक अविभाजित शिवसेना में टूट के समय उनके साथ आए थे.
बीजेपी ने कितने विधायकों के काटे टिकट?
बीजेपी ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए बोरीवली से मौजूदा विधायक सुनील राणे का टिकट काटकर संजय उपाध्याय को मैदान में उतारा. अरनी से संदीप धुर्वे और उमरखेड से नामदेव सासने का भी टिकट काट दिया. उनकी जगह पार्टी ने राजू तोडसाम और किसन वानखेड़े पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही बीजेपी ने आर्वी से दादा केंचे और नागपुर सेंट्रल से विकास कुम्भारे को मैदान में न उतारकर सुमित वानखेड़े और प्रवीण दटके पर दांव लगाया है.
सुमित वानखेड़े बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पीए के रूप में काम कर चुके हैं तो प्रवीण दटके पार्टी के मौजूदा एमएलसी हैं. गौर करने वाली बात ये भी है कि चिंचवड़ से अश्विनी जगताप की जगह उनके जीजा शंकर जगताप को बीजेपी ने टिकट दिया है. पार्टी ने कल्याण ईस्ट से जेल में बंद विधायक गणपत गायकवाड़ की पत्नी सुलभा गायकवाड़ को कैंडिडेट घोषित किया है. गणपत गायकवाड़ ने कथित तौर पर एक पुलिस स्टेशन के अंदर एक शिवसेना नेता पर गोली चलाई थी. वाशिम से चार बार के विधायक रहे लखन मलिक की जगह बीजेपी ने इस बार श्याम कोडे को टिकट दिया है.
कांग्रेस ने किन विधायकों को किया साइड?
कांग्रेस ने लहु कनाडे की जगह हेमंत ओगले को श्रीरामपुर से मैदान में उतारा है. वहीं आमगांव में पूर्व जिला परिषद अधिकारी राजकुमार पुरम को सहसराम कोरोटे की जगह टिकट दिया गया है. रावेर से शिरीष चौधरी की जगह उनके बेटे धनंजय को इस बार कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. अमरावती से सुलभा खोडके तो वहीं इगतपुरी से हिरामन खोसकर को टिकट नहीं दिया गया है. कांग्रेस ने अमरावती से सुनली देशमुख तो वहीं इगतपुरी से लैकीभाऊ जाधव पर भरोसा जताया है.
शरद पवार की पार्टी ने कितने विधायकों का टिकट काटा?
शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) ने कटोल विधायक और पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की जगह उनके बेटे सलिल देशमुख को मैदान में उतारा है. माधा निर्वाचन क्षेत्र में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने बबनराव शिंदे को दोबारा टिकट देने के बजाय अभिजीत पाटिल को उम्मीदवार बनाया है.
NCP ने कितने विधायकों को नहीं दिया टिकट?
अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने अर्जुनी मोरगांव से विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे और आष्टी से बालासाहेब अजाबे को टिकट देने से इनकार कर दिया. उनकी जगह क्रमशः पूर्व भाजपा मंत्री राजकुमार बडोले और पूर्व एमएलसी सुरेश धास ने ले ली है. शिवसेना ने पालघर से विधायक श्रीनिवास वांगा और चोपडा से लता सोनावणे को टिकट देने से इनकार कर दिया. उनकी जगह क्रमश: पूर्व लोकसभा सदस्य राजेंद्र गावित और चंद्रकांत सोनावणे को टिकट दिया गया है.
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