BJP ने क्यों दिया 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा, किरीट सोमैया ने बताई वजह, TISS की रिपोर्ट का दिया हवाला
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में 'एक हैं तो सेफ हैं' और 'बंटोगे तो कटोगे' का नारा बीजेपी हर रैली में जोर-शोर से उठा रही है. अब किरीट सोमैया ने बताया कि बीजेपी इस नारे पर जोर क्यों दे रही है.
Maharashtra Assembly Election 2024: बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया है कि मुंबई में 2051 में हिंदुओं की आबादी घटकर 54 प्रतिशत हो जाएगी, क्योंकि यहां अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या की आबादी बढ़ रही है. उन्होंने दावा किया कि गोवंडी, मानखुर्द, धारावी और कुर्ला की झुग्गियों में रोहिंग्या प्रवासी बढ़ गए हैं.
उन्होंने TISS की रिपोर्ट भी शेयर की है जिसमें लिखा गया है कि 1961 की तुलना में हिंदुओं की आबादी में 2011 में 66 प्रतिशत की कमी आई है. जबकि मुस्लिम आबादी में 1961 में आठ प्रतिशत थी जिसमें 2021 में 21 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. अनुमान है कि मुंबई में 2051 तक हिंदू आबादी 54 प्रतिशत से कम हो जाएगी और मुस्लिम आबादी में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि होगी.
मुंबई में 2051 तक 54% कम हो जाएगी हिंदू आबादी, बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की बढ़ रही तादातः
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) November 9, 2024
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस TISS की रिपोर्ट@BJP4Maharashtra pic.twitter.com/uh3X08BFuK
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में किरीट सोमैया ने कहा, ''पीएम मोदी कहते हैं कि एक है तो सेफ हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. मेरे पास TISS की एक रिपोर्ट है जिसके मुताबिक मुंबई में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए बढ़ रहे हैं. शहर में हिंदू आबादी घटकर 54 प्रतिशत रह जाएगी. इसलिए हम कहते है एक हैं तो सेफ हैं.''
नाना पटोले के बयान पर किरीट सोमैया का हमला
सोमैया ने कहा, ''मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि वे मुंबई में अवैध मस्जिदों को पहचान देंगे. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले कहते हैं वे लव जिहाद पर रोक लगाने वाला कानून नहीं बनने देंगे और लव जिहाद के सारे केस वापस ले लेंगे. इसलिए वोटर ने तय किया है एक है तो सेफ हैं.''
उधर, बीजेपी के इस नारे पर उद्धव गुट की तीखी प्रतिक्रिया आई है. संजय राउत ने कहा, ''पीएम मोदी को इस तरह के नारेबाजी की क्यों जरूरत हुई. बंटेंगे तो कटेंगे ने काम नहीं किया और महाराष्ट्र के लोगों ने इसे बाहर फेंक दिया. तो वह एक हैं तो सेफ हैं कह रहे हैं. वह किसे एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं और किसे सुरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं.
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