Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल के बीच महायुति के घटक दलों के बीच अभी भी कुछ सीटों पर फाइनल फैसला नहीं हुआ है. इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के प्रमुख अजित पवार ने सीटों को लेकर गुरुवार (25 अक्टूबर) को बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि महायुति में राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 11 सीटों पर फैसला बाकी है.


एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा, ''कल हमारा पूरा दिन दिल्ली में चर्चा में बीता और आज भी हमारे वरिष्ठ नेता इस पर चर्चा कर रहे हैं. 288 सीटों में से केवल 11 सीटों पर फैसला बाकी है. हम इस चर्चा के जरिए बेहतर फैसला लेने की कोशिश कर रहे हैं.''






अजित पवार ने मीडिया से क्या अपील की?


महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख ने मीडिया से भी जल्दबाजी में कुछ भी ना लिखने की अपील की है. उन्होंने कहा, ''हमारी चर्चा अभी भी जारी है, मैं मीडिया से अनुरोध करना चाहता हूं कि बिना पुष्टि किए कुछ भी न लिखें. हम चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. जब तक हम कुछ नहीं कहते तब तक निष्कर्ष पर न पहुंचें कि किसी को टिकट दिया गया है और किसी को नजरअंदाज कर दिया गया है.''


एनसीपी की दूसरी लिस्ट जारी


महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने शुक्रवार (25 अक्टूबर) को प्रत्याशियों की अपनी दूसरी लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में विधायक जीशान सिद्दीकी और बीजेपी के दो पूर्व सांसदों के नाम भी शामिल हैं. सिद्दीकी बांद्रा ईस्ट से चुनाव मैदान में उतरेंगे लड़ेंगे, जहां से उन्होंने 2019 में कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी. 


एनसीपी में शामिल होने के बाद जीशान को टिकट दिया गया. जीशान सिद्दीकी के पिता और NCP नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इससे पहले एनसीपी ने 38 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी. खुद अजित पवार बारामती सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं.


महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ महायुति गठबंधन में बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल है. बता दें कि महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होंगे. सभी सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होगी जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.


ये भी पढ़ें:


महाराष्ट्र की इस सीट पर असदुद्दीन ओवसी ने घोषित किया उम्मीदवार, किसे दिया टिकट?