Maharashtra Election 2024: मनसे चीफ राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में बगावत, पार्टी तोड़ना, एक दूसरे का चुनाव चिह्न लेना यही चल रहा है. उन्होंने शिवसेना में विभाजन पर चचेरे भाई उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) दोनों पर निशाना साधा है. राज ठाकरे ने कहा कि शिवसेना और धनुष बाण ना तो उद्धव ठाकरे की प्रॉपर्टी है और ना ही एकनाथ शिंदे की प्रॉपर्टी है. ये दोनों बालासाहेब ठाकरे की है. उनके जाने के बाद सौदा कर रहे हैं. राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में तोड़फोड़ की राजनीति की शुरुआत शरद पवार ने की है.
शरद पवार पर बरसते हुए राज ठाकरे ने कहा, ''महाराष्ट्र में जातियों के बीच में भेदभाव पैदा करने के लिए शरद पवार जिम्मेदार हैं. शरद पवार ने दो जातियों के बीच में जहर पैदा किया. महापुरुष जातियों में बाटे गए. 2024 का विधानसभा चुनाव महाराष्ट्र के भविष्य का चुनाव है. अगर बार- बार वही लोग सत्ता में आएंगे.. तो महाराष्ट्र को कोई नहीं बचा सकता है.''
भाई उद्धव पर निशाना साधते हुए राज ठाकरे ने कहा, ''2019 में चुनाव हुआ. नतीजे आए. उद्धव ठाकरे को लगा कि मेरे बिना सत्ता का समीकरण नहीं बैठ सकता है. फिर उद्धव ने ये बोला कि आपने मुझसे कहा था कि ढाई साल आप मुझे मुख्यमंत्री पद देंगे अब इसे मान्य कीजिए. अमित शाह ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई थी.. यह सब चार दीवारी के पीछे हुआ. चुनाव से पहले अपने लोगों के सामने आकर अपनी बात क्यों नहीं रखी?''
राज ठाकरे ने कहा, ''मुझे आज भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सभा याद है उन दोनों सभाओं में उद्धव ठाकरे मंच पर बैठे हुए थे. और उसे सभा में नरेंद्र मोदी ने उद्धव ठाकरे के मौजूदगी में कहा था कि हमारा अगला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होंगे. अमित शाह की सभा में भी उन्होंने कहा कि हमारा अगला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होंगे. आपने (उद्धव) उस समय विरोध क्यों नहीं किया?''
उद्धव पर लगाया विचारों से समझौते का आरोप
राज ठाकरे ने आगे हमला जारी रखते हुए कहा, ''आपने लोगों के सामने वो बात कभी कहीं कही, आपके सामने वो बात कभी आई नहीं. फिर अचानक से एक सुबह शपथ ग्रहण कैसे हो गया. वो विवाह आधे घंटे तक चला.. उसके बाद तलाक हो गया. फिर दूसरे को पता चला कि इनका तलाक हो गया है अब ये मुझे आंख मार रहे हैं. फिर उद्धव ठाकरे शरद पवार के पास गए और फिर कांग्रेस के साथ सरकार बनाई गई. ये क्या है. विचारों के साथ समझौता किया जा रहा है. आपके मत का अपमान किया जा रहा है. आप (जनता) अपने आप में विचार कीजिए कि आपका मत अभी कहां है.''
राजनीतिक पार्टियों में बगावत पर बोले राज ठाकरे
मनसे चीफ ने कहा कि लोगों ने शिवसेना- बीजेपी गठबंधन को मतदाता किया. फिर अजित पवार एक रोज शपथ ग्रहण करते हैं और अलग हो जाते हैं. फिर गठबंधन में शमिल एक पार्टी में बगावत होता है. फिर जिस कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ चुनाव लड़ा मुख्यमंत्री पद के लिए अपने स्वार्थ के लिए उनके साथ गठबंधन करता है और 2.5 साल मुख्यमंत्री रहता है. मुख्यमंत्री रहते हुए 40 विधायक पार्टी छोड़कर चले जाते हैं. और उन्हें इस बात की भनक भी नहीं लगती.
सीएम एकनाथ शिंदे को भी निशाने पर लिया
राज ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर तंज करते हुए कहा, ''जो व्यक्ति 40 विधायकों को लेकर जाता है वो ये कहता है कि बीते 2.5 साल में मेरा मन नहीं लग रहा था. मन क्यों नहीं लग रहा था क्योंकि अजित पवार के साथ एक साथ बैठने के लिए मैं तैयार नहीं था. मुझे परेशानी हो रही थी तकलीफ हो रही थी इसीलिए मैं इन 40 विधायकों को लेकर अलग हुआ. साल भर बाद पता चला कि जिसके साथ कभी बैठना नहीं पसंद करते थे वह आज गोदी में आकर बैठे हैं.''
शरद पवार ने शुरू की तोड़फोड़ की राजीति - राज ठाकरे
राज ठाकरे ने शरद पवार पर तोड़फोड़ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, ''पिछले 5 साल में मेरे पार्टी का एक ही विधायक था. राजू पाटिल... ये आसानी से खरीदा जा सकता था लेकिन राजू ने ऐसा नहीं किया. मुझे इस बात का अभिमान है. मेरा विधायक बिकने वाला नहीं टिकने वाला है. महाराष्ट्र में तोड़फोड़ की राजनीति शरद पवार ने शुरू की. 1978 में जिस पार्टी ने शरद पवार को विधायक बनाया, मंत्री बनाया, उस पार्टी से बगावत कर ये मुख्यमंत्री बने, 1992 में शिवसेना तोड़ी, छगन भुजबल को अलग किया, 2005 में नारायण राणे के सभी विधायकों को तोड़ा लेकिन पिछले 5 साल में सिर्फ विधायक नहीं तोड़े गए. पार्टी का नाम और चिह्न भी चोरी हो गया.''
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