Maharashtra Election: सीएम योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' के बयान पर सचिन पायलट का पलटवार, दिया ये नारा
Maharashtra Election 2024: कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक सचिन पायलट ने मल्लिकार्जुन खरगे पर योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी का जवाब दिया तो उनके चुनावी नारे पर भी पलटवार किया है.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में चुनावी रैली के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि हम डंके की चोट पर वक्फ कानून में संशोधन करेंगे. इस पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने पलटवार करते हुए कहा, ''कई नेता और राजनीतिक पार्टियां विधेयक के प्रावधानों से सहमत नहीं है. इस लोकसभा में बीजेपी मनमाने तरीके से काम नहीं कर सकती.'' वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे पर टिप्पणी करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें 'पढ़ोगे तो बढ़ोगे' का नारा देना चाहिए.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में पायलट ने कहा, ''संशोधन संसद का काम है. पहले भी बिल लाए. वापस लेना पड़ा, संशोधन करना पड़ा. जेपीसी काम नहीं कर पा रही है. संसद में कुछ काम कराना कोई कुश्ती नहीं है. वह चर्चा कराने के बाद बहुमत के आंकड़े के आधार पर होता है. जो प्रावधान वह लेकर आए हैं.उसमें बहुत सारे नेता और पार्टियां सहमत नहीं है. उसपर चर्चा करना पड़ेगा.''
जबरन हमपर विधेयक नहीं थोप सकते- सचिन पायलट
सचिन पायलट ने आगे कहा, ''लोकतंत्र का मतलब यह नहीं है कि आप जबरन फोर्स करें. संवाद करें और चर्चा करें और सार्थक रूप से कुछ निकलकर आ सकता है. मनमाने तरीके से जो पिछले लोकसभा में करते थे. इस लोकसभा में जो गठन हआ है उसमें उन्हें बहुमत नहीं हैं.''
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | On Union Home Minister Amit Shah's statement, Congress leader Sachin Pilot says, "...They (the centre) introduced the bill which was earlier withdrawn. Then, the JPC was formed. The work of Parliament is not like wrestling. It is done after holding… pic.twitter.com/34zozmB0Fa
— ANI (@ANI) November 13, 2024
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे पर पलटवार करते हुए उन्हें उनके परिवारों के साथ हुए अत्याचार की याद दिलाई थी. इस पर सचिन पायलट ने कहा, ''जो ये सवाल उठाते हैं उन्हें समझना होगा कि खरगे दलित और गरीब परिवार से आते हैं. उनपर ज्यादतियां हुईं. वे बड़े दिल के आदमी हैं. उनके परिवार और परिजनों ने माफ भी कर दिया. क्या इस देश के लोगों ने महात्मा गांधी के हत्यारों को माफ किया है. बंटेंगे तो कटेंगे का नारा देते हैं, मैं तो कहूंगा कि पढ़ोगे तो बढ़ोंगे, ये नारा देना चाहिए.''
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