Uddhav Thackeray: शिवसेना (Shiv Sena UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने नवंबर 2019 में महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उस वक्त उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) के साथ गठबंधन कर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी. उनके कार्यकाल में उनके सामने कई चुनौतियों थी. तब उद्धव ठाकरे के सामने कर्जमाफी, इन्फ्रास्ट्रक्चर संकट, बेरोजगारी, वित्त का प्रबंधन आदि कई बड़े मुद्दे थे. दो साल से अधिक महाराष्ट्र के सीएम के रूप में कार्य करने के बाद 30 जून 2022 को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया.


अब इन दो साल से अधिक के कार्यकाल से महाराष्ट्र की आम जनता कितना खुश थी इसका पता लगाने के लिए एक सर्वे कराया गया है. ये ओपिनियन पोल जी न्यूज और मेटाराइज ने किया है. सर्वे में ये सवाल पूछा गया कि, मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव ठाकरे का कामकाज कैसा रहा? इस सर्वे में जनता ने चौंका देने वाला जवाब दिया है.


कैसा रहा उद्धव ठाकरे का कामकाज?
महाराष्ट्र (Maharashtra) में जब उद्धव ठाकरे सीएम थे तो उनके कामकाज को जनता ने कितना पसंद किया और कितने लोगों ने नापसंद किया इस सर्वे में खुलासा हुआ है. महाराष्ट्र की 21 फीसदी जनता का ये मानना है कि सीएम के रूप में उद्धव ठाकरे का कामकाज बहुत बेहतर था. वहीं, 27 फीसदी लोग ऐसे हैं जिन्होंने ठाकरे के कामकाज को संतोषजनक बताया है. 45 फीसदी लोगों ने एक सीएम के तौर पर उद्धव ठाकरे के कामकाज को पसंद नहीं किया और उसे बेहद खराब बताया. बाकि सात फीसदी ऐसे भी लोग थे जिन्होंने इसका जवाब 'पता नहीं' दिया है. बता दें, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके लिए महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट ने तैयारियां शुरू कर दी है.


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