Maharashtra Govt Employees Strike For OPS: पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र सरकार के कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रही. वहीं कर्मचारी संगठन के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया तो स्थिति और खराब हो जाएगी. कृषि विभाग के कर्मचारी और अन्य के हड़ताल पर होने के चलते राज्य में बेमौसम बारिश के बाद फसल को हुए नुकसान के आकलन का काम भी प्रभावित हुआ है.
दरअसल, सरकारी अस्पतालों के नर्सिंग कर्मी और शिक्षकों समेत लाखों कर्मचारी 14 मार्च से हड़ताल पर हैं. वहीं राज्य सरकार के कर्मचारियों, अर्द्धसरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के 36 संगठनों की समिति के संयोजक विश्वास काटकर ने कहा कि हड़ताल काफी प्रभावी रही है. उन्होंने एक बयान में कहा कि, 'अगर सरकार कर्मचारियों को फायदा पहुंचाने वाले फैसले नहीं लेती है तो स्थिति और खराब होगी.'
सीएम शिंदे ने की अपील
कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने बीड में कहा कि सरकार को बेमौसम बारिश से फसल को हुए नुकसान के आकलन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी क्योंकि कर्मचारी हड़ताल पर हैं. वहीं अब हड़ताल की वजह से सरकारी सेवाएं प्रभावित हैं. जबकि, हड़ताली कर्मचारी के संगठनों के साझा मंच ने आरोप लगाया कि गतिरोध दूर करने के लिए सरकार कोई पहल नहीं कर रही है. इसलिए शनिवार को भी हड़ताल जारी रहेगी. मुख्यमंत्री शिंदे ने नये सिरे से अपील करते हुए मीडिया से कहा कि कर्मचारी बातचीत की मेज पर आएं. सीएम ने कहा कि, 'हमने पुरानी पेंशन योजना का अध्ययन करने के लिए तीन-सदस्यीय समिति बनाई है और यह अपनी रिपोर्ट तीन महीने में देगी.'
कर्मचारी की मौत के बाद मिलेगी पेंशन
इस बीच राज्य मंत्रिमंडल ने फैसला किया कि सेवा अवधि में कर्मचारी की मौत होने पर पारिवारिक पेंशन की सुविधा उसके आश्रित को दी जाएगी. मौजूदा समय में राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के तहत राज्यकर्मी की मौत होने पर 10 लाख रुपये की अनुकंपा राशि दी जाती है. हालांकि, पेंशन का विकल्प लेने वाले परिवार को अनुग्रह राशि का भुगतान नहीं किया जाएगा.