Maharashtra News: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने गुरुवार को जोर देकर कहा कि जाति आधारित जनगणना बेहतर सामाजिक न्याय (Social Justice) दे सकती है. उन्होंने साथ ही सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) पर जाति आधारित जनगणना (Caste based Census) का विरोध करने का आरोप लगाया. अशोक चव्हाण ने यह बात नागपुर (Nagpur) में कांग्रेस पार्टी के एक कार्यक्रम में कही. चव्हाण ने कहा कि जो लोग कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, आज उनकी कोई खबर नहीं है लेकिन कांग्रेस वहीं बरकरार है.
नागपुर में कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित रैली में अशोक चव्हाण ने कहा कि हमारी पार्टी पूरे देश में जाति आधारित जनगणना चाहती है. अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस की राय है कि आरक्षण पर 50 प्रतिशत का जो कैप लगाया गया है, उसे हटाया जाना चाहिए. चव्हाण ने कहा कि जाति आधारित जनगणना की प्रक्रिया से देश के सभी राज्यों में आरक्षण संबंधित मुद्दों का समाधान करने में सहायता मिलेगी, लेकिन बीजेपी इस कदम का विरोध कर रही है.
ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही बीजेपी- चव्हाण
पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने फिर बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ऐसे मामलों से ध्यान भटकाने के गंभीर प्रयास किए गए हैं. जबकि जो मुद्दे नहीं हैं, उन्हें मुद्दा बनाया जा रहा है. अशोक चव्हाण ने कहा, ''मौजूदा सरकार राज्य में एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश कर रही है. मराठा बनाम ओबीसी, दलित बनाम अन्य, एससी बनाम एसटी समुदाय. यह राज्य के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक अनोखा तरीका है.''
बीजेपी सरकार में बर्बाद हुए 10 साल- चव्हाण
अशोक चव्हाण ने यह दावा भी किया कि जनता ने समझ लिया है कि केंद्र में बीजेपी शासन के कारण पिछले 10 साल बर्बाद हो गए. चव्हाण ने आगे हमलावर अंदाज में कहा कि कई लोगों ने कहा कि वे भारत को कांग्रेस मुक्त देश बनाना चाहते हैं. किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि जिन्होंने ऐसा कहा उन लोगों के बारे में कोई खबर नहीं है लेकिन कांग्रेस पार्टी बरकरार है.