ABP CVoter Exit Poll 2024: कितनी सफल रही एकनाथ शिंदे और अजित पवार की बगावत? एग्जिट पोल के आंकड़ों ने बढ़ाई टेंशन
ABP Cvoter Lok Sabha Exit Poll Result 2024: महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले एबीपी सी-वीटर एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आये हैं. एग्जिट पोल ने बता दिया है कि राज्य में किसका पलड़ा भारी है.
Lok Sabha Elections Exit Poll 2024: महाराष्ट्र में लोकसभा का चुनाव खत्म हो चुका है. अब सभी को इसके रिजल्ट का इंतेजार है जो चार जून को आएगा. नतीजों से पहले आज ABP सी-वोटर एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ चुके हैं.
ABP सी-वोटर एग्जिट पोल के अनुसार 'इंडिया' गठबंधन ने NDA को झटका दिया है. सीटों के लिहाज से अगर बात करें तो 'इंडिया' गठबंधन को 23 से 25 सीटें मिल सकती है. महायुति गठबंधन (NDA) को 22 से 26 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं अगर वोट शेयर की बात करें तो यहां भी MVA और NDA के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. 'इंडिया' गठबंधन का वोट शेयर 44 फीसदी, NDA का वोट शेयर 45 फीसदी और अन्य का वोट शेयर 11 फीसदी रहने का अनुमान है.
क्या अजित पवार और एकनाथ शिंदे की बगावत का मिला फायदा?
महाराष्ट्र में उस वक्त एक बड़ा सियासी भूचाल आया जब अजित पवार ने शरद पवार की पार्टी एनसीपी में बगावत की. शरद पवार से अलग होकर अजित पवार सीधा NDA गठबंधन में जा मिले.
अजित पवार की बगावत से पहले एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में विद्रोह किया था. शिवसेना में संकट 21 जून 2022 को शुरू हुआ जब शिंदे और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के कई अन्य विधायक बीजेपी शासित गुजरात के सूरत चले गए थे. महाराष्ट्र में ये एक बड़ी बगावत थी. शिंदे ने शिवसेना में बगावत करके बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया और फिर वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए.
एबीपी सी वोटर एग्जिट पोल के आंकड़ों से ये साफ है कि एकनाथ शिंदे और अजित पवार के बगावत का बीजेपी को ज्यादा फायदा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है, बल्कि नुकसान ही होता दिख रहा है.
एग्जिट पोल की मानें तो NDA को सीटों के लिहाज से नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है. महाराष्ट्र में NDA ने जीत के लिए 45 सीटों का आंकड़ा रखा था जो पार होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.
NCP का गठन 10 जून, 1999 को शरद पवार समेत कई नेताओं ने मिलकर किया था. हालांकि, समय के साथ-साथ पार्टी को आंतरिक तनाव का भी सामना करना पड़ा. 2 जुलाई, 2023 को शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने NCP के भीतर विद्रोह की योजना बनाई.
अजित पवार ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के साथ हाथ मिलाया. अजित पवार के नेतृत्व में ज्यादातर निर्वाचित विधायक और MLC राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में शामिल हो गए, जबकि दो को छोड़कर सभी सांसद शरद पवार के प्रति वफादार रहे.
शिवसेना और एनसीपी में विद्रोह का मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंचा, लेकिन वहां से भी शरद पवार और उद्धव ठाकरे को झटका लगा. आयोग ने माना की असली एनसीपी अजित पवार की है और असली शिवसेना एकनाथ शिंदे की है.
Disclaimer: एबीपी सी वोटर एग्जिट पोल सर्वे 19 जून से 1 जून 2024 के बीच किया गया है. इसका सैंपल साइज 4 लाख 31 हजार 182 है और ये सर्वे सभी 543 लोकसभा सीटों पर किया गया, जिनमें 4129 विधानसभा सीटें शामिल हैं. एबीपी सी वोटर सर्वे का राज्य स्तर पर मार्जिन ऑफ एरर + और -3 प्रतिशत और क्षेत्रीय स्तर पर + और -5 प्रतिशत है.
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