Pune News: पुणे में एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है. दरअसल एक हफ्ते पहले नौकरी से निकाल गए कर्मचारी ने अपने आप को आग के हवाले कर मालिक को भी लपेटे में ले लिया इस हादसे में दोनों की मौत हो गई. दरअसल, वडगांवेश्वरी में सोमवार को दुकान से बर्खास्त किए गए 35 वर्षीय दर्जी ने मालिक को आग के हवाले कर दिया. इस हादसे में दोनों की जान चली गई. चंदननगर पुलिस ने कहा कि बर्खास्त दर्जी मिलिंद गोविंदराव नाथसागर (35) ने दुकानदार बाला नोया जोनिंग (32) पर पेट्रोल डाला और सोमवार रात करीब 11.30 बजे गुस्से में आकर लाइटर से आग लगा दी.


एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल
इस हादसे की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आग लगने के बाद इस प्रथमेश नाम के एक व्यक्ति ने दोनों की जान बचाने की कोशिश की पर वह भी इस हादसे में गंभीर रूप से झुलस गया. फिलहाल उसे ससून जनरल अस्पतला में भर्ती कराया गया है. मंगलवार  की सुबह नाथसागर के खिलाफ घर को नष्ट करने के इरादे से आग या विस्फोटक पदार्थ से हत्या और शरारत का मामला दर्ज किया गया था.


चंदननगर पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील जाधव ने कहा कि नाथसागर परभणी में अपनी जड़ें रखते हुए, जोनिंग की दुकान में दर्जी के रूप में कार्यरत थे. जोनिंग पिछले आठ साल से महिलाओं की सिलाई की दुकान चला रही थी. हमने अस्पताल में उसका बयान दर्ज किया और अस्पताल के बिस्तर से उसकी प्राथमिकी ली. उन्होंने घटना के बारे में विस्तार से बताया.


पुलिस ने बताया कि नाथसागर जोनिंग से नाखुश थे क्योंकि उन्होंने करीब सात दिन पहले उन्हें बर्खास्त कर दिया था. उसकी दुकान पर जाने से पहले उसने विभिन्न सोशल मीडिया साइटों पर अपनी प्रोफ़ाइल की स्थिति को यह कहते हुए बदल दिया कि ये उसके अंतिम संदेश थे.
पुलिस को दिए जोनिंग के बयान के मुताबिक नाथसागर रात करीब 11.30 बजे पेट्रोल से भरी कैन लेकर सिलाई की दुकान पर पहुंचे. उसने जॉनिंग पर पेट्रोल फेंका जब वह कपड़े का एक टुकड़ा काट रही थी. फिर उसने लाइटर से उसे आग लगा दी.


यह भी पढ़ें:


Mumbai Power Crisis: भीषण गर्मी के चलते मुंबई और आसपास के इलाकों में एक घंटे तक बिजली गुल, लोग हुए गर्मी से बेहाल


Indian Railways: बॉम्बे हाईकोर्ट का आदेश- भीड़ वाली ट्रेन से गिरकर घायल होने वाले यात्री को रेलवे को देना होगा मुआवजा