Maharashtra News: मौलवी की बेटी ने भरी सपनों की उड़ान, शिया समुदाय से बनी पहली कमर्शियल पायलट
First Shia Girl Commercial Pilot: मोहादिसा के माता-पिता ने कहा ''उन्हें पता था कि वे कुछ भी गलत नहीं कर रहे हैं. वह महाराष्ट्र की पहली शिया लड़की है जो कमर्शियल पायलट बनी है.''
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Maharashtra First Shia Girl Commercial Pilot: मुस्लिम समुदाय से पायलट के पेशे में न जाने कितनी ही लड़कियां होंगी लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra) के शिया समुदाय (Shia Community) से मोहादिसा जाफरी (Mohadessa Jafri) इकलौती हैं जो कमर्शियल पायलट (Commercial Pilot) बनी हैं. 26 साल की मोहादिसा ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa) से कमर्शियल पायलट का लाइसेंस हासिल किया है. मोहादिसा के माता पिता पेशे से मौलवी हैं. पिता का नाम मौलाना शेर मोहम्मद जाफरी और मां का नाम अलीमा फराह जाफरी है. दोनों शिया समुदाय को शिक्षित करने का काम करते हैं. शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य को उन्होंने निजी जीवन में भी समझा और तमाम रूढ़ियों को तोड़ बेटी के सपने को उड़ान दी. बेटी मोहादिसा के कमर्शियल पायलट बनने पर उन्होंने खुशी जाहिर की.
कल्पना चवला की फैन हैं मोहादिसा
बेटी की उपलब्धि से गौरवान्वित मौलवी पिता ने मीडिया से कहा, ''वह महाराष्ट्र की पहली शिया लड़की है जो कमर्शियल पायलट बनी है.'' मोहादिसा ने बताया कि वह जब 7 साल की थीं तब से कल्पना चावला (Kalpana Chawla) की फैन हैं. उन्होंने कहा, ''जैसे-जैसे मैं बड़ी हुई, मैंने कई लोगों की बायोग्राफी और आर्टिकल पढ़े.'' कामयाब लोगों की कहानियों से मोहादिसा ने प्रेरणा ली.
मां ने कही यह बात
मोहादिसा के माता-पिता ने मीडिया से कहा कि उन्हें पता था कि वे कुछ भी गलत नहीं कर रहे हैं. मोहादिसा की मां ने कहा, ''अगर हमारी बेटी का एक सपना है और उसमें कुछ भी धर्मविरुद्ध और अनैतिक नहीं है तो हमें उसकी मदद करनी चाहिए. मोहादिसा के पंख उड़ान भर सकें इसके उसके माता-पिता हवा साबित हुए. मोहादिसा के पिता ने कहा, ''मैं और मेरी पत्नी मौलवी हैं, ऐसा अल्लाह और हजरत इमाम हुसैन के आशीर्वाद के कारण हुआ कि बेटी अपने सपने को पूरा कर पाई.
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