Maharashtra Fake Navratri Program Ticket: 30 लाख रुपये से अधिक के फर्जी नवरात्रि कार्यक्रम टिकट घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए एमएचबी नगर पुलिस स्टेशन ने मुंबई और विरार से चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक टेलीविजन शो से प्रेरित होकर ठगी का प्लान बनाया था. मामला तब सामने आया जब बोरीवली के व्यवसायी नीरव जी मेहता ने शिकायत दर्ज कराई कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने बीजेपी के विधायक सुनील राणे के साथ 'रंगरात्रि डांडिया विद किंजल दवे' और 'दुर्गावेदी नवरात्रि उत्सव समिति' के आयोजकों को धोखा दिया है.
जांच टीम का किया गया गठन
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एमएचबी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुधीर कुडालकर ने सचिन शिंदे, दीपक हिंदे, मंगेश किरपेकर, मुकेश खरात, प्रदीप घोडके, अनंत शिरसाट और रूपाली डिंगडे की एक विशेष जांच टीम का गठन किया. जांच से पता चला कि एक वेब डिजाइनर के नेतृत्व में एक गिरोह ने कथित तौर पर उपरोक्त नवरात्रि शो के लिए 3,000 रुपये के नकली 'सीजन पास' बेचकर 1,000 से अधिक लोगों को धोखा दिया.
चार गिरफ्तार
टीम ने कार्रवाई की और मास्टरमाइंड पर ध्यान केंद्रित करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पालघर के विरार शहर में 29 वर्षीय वेब डिजाइनर करण ए शाह ने कहा कि वह इसके लिए टेली-सीरियल 'फर्जी' से प्रेरित था. पुलिस ने उसके तीन अन्य सहयोगियों दर्शन पी. गोहिल (24), परेश एस. नेवरेकर (35) और कविश बी. पाटिल को उपनगरीय उत्तर-पश्चिम मुंबई के विभिन्न स्थानों गिरफ्तार किया.
वरिष्ठ पीआई कुडालकर ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के पास से 1,000 फर्जी पास, 10,000 रुपये मूल्य के 1,000 होलोग्राम स्टिकर, लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य उपकरण जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत 35.10 लाख रुपये है. टेक-इंटेलीजेंस का उपयोग करते हुए टीम ने चार लोगों की संलिप्तता का भी सत्यापन किया, जिसकी पुष्टि लगभग दो दर्जन गवाहों ने की, जिन्हें घोटाले में धोखा दिया गया था. पुलिस टीम फरार चल रहे कम से कम दो अन्य सहयोगियों की भी तलाश कर रही है. इस मामले में आगे की जांच जारी है.