Maharashtra News: महाराष्ट्र (Maharashtra) में अब से जन स्वास्थ्य विभाग (Public Health Department) के सभी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त इलाज मिल पाएगा. कैबिनेट (Maharashtra Cabinet) में इसको लेकर बड़ा फैसला किया गया है. कैबिनेट के इस फैसले से प्रदेश के गरीबों और जरूरतमंदों को बड़ी राहत मिलने के आसार हैं. 


इस फैसले की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री डॉ.तानाजी सावंत ने दी है. कैबिनेट के फैसले में बताया गया है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के अनुसार राइट टू हेल्थ नागरिकों का अधिकार है. इसी के तहत मुफ्त इलाज की व्यवस्था की जा रही है. महाराष्ट्र सरकार के इस निर्णय के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, महिला अस्पताल, जिला सामान्य अस्पताल, उपजिला अस्पताल, रेफरल सेवा अस्पताल (सुपर स्पेशलिटी अस्पताल - नासिक और अमरावती) और कैंसर अस्पताल में अब मुफ्त इलाज मिल पाएगा.


राज्य में 2418 करोड़ जन स्वास्थ्य विभाग के संस्थान
महाराष्ट्र के इन सभी अस्पतालों में एक साल में करीब 2.55 करोड़ नागरिक इलाज के लिए आते हैं. राज्य में जन स्वास्थ्य विभाग के कुल 2418 संस्थान हैं, इन सभी जगहों पर मरीजों को मुफ्त इलाज मिलेगा. उधर, स्वास्थ्य मंत्री तानाजीराव सावंत की अध्यक्षता में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बुधवार को बैठक की गई. इस बैठक में मानसिक रोगियों की समस्या पर चर्चा की गई और उनकी मदद कैसे की जा सकती है, इस पर सभी की राय मांगी गई. 


मनोरोगियों की समस्याओं पर बैठक की गई गंभीर चर्चा
इस बैठक में मनोरोग से पीड़ित लोगों को भर्ती करने, उनकी मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त करने के साथ-साथ उन्हें परिवहन, भर्ती, पुनर्वास में आने वाली कठिनाइयों पर भी चर्चा की गई. मंत्री सावंत की अध्यक्षता में हुई इस बैठक सेवा आयुक्त धीरज कुमार, स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. स्वप्निल लाले, विधि एवं न्याय विभाग, समाज कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव अशोक अत्राम, स्माइल प्लस फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष योगेश मलखरे तथा गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.


ये भी पढ़ें- Maharashtra School: महाराष्ट्र में 8वीं तक के शिक्षकों के कितने पद हैं खाली और कितने भरे गए? आंकड़ों से जानिए राज्य का हाल