Ajit Pawar Devgiri Bungalow: महाराष्ट्र सरकार ने एनसीपी नेता और नेताप्रतिपक्ष अजित पवार को मालाबार हिल स्थित देवगिरी बंगला आवंटित करने का फैसला किया है. अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि देवगिरी बंगला बना रहना चाहिए. इसके बाद महाराष्ट्र की शिंदे-फडणवीस सरकार ने सरकारी सर्कुलर जारी कर कहा कि देवगिरी बंगला अजित पवार को दिया जाएगा. खास बात ये है कि जब अजित पवार राज्य के डिप्टी सीएम थे तब भी वे देवगिरी बंगले में ही रहते थे.
एनसीपी नेता अजित पवार को पिछले ढाई साल से उपमुख्यमंत्री के रूप में काम करते हुए देवगिरी बंगला मिला था. बता दें कि साल 1999 में कांग्रेस-एनसीपी सरकार की सत्ता के दौरान अजित पवार देवगिरी बंगले में रहने के लिए गए थे. इसके बाद फिर साल 1999 से 2014 तक अजित पवार देवगिरी बंगले में रहे. हालांकि साल 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को देवगिरी बंगला मिल गया और फिर साल 2019 में सत्ता आने के बाद अजित पवार देवगिरी बंगला मिला.
शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी की सरकार में अजित पवार डिप्टी सीएम का पद संभाल रहे थे. बाद में शिवसेना में हुई बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी की सरकार गिर गई. उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. शिवसेना के बागी विधायकों ने बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार का गठन किया. 30 जून को एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ-साथ बीजेपी के सीनियर नेता और राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली.
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