Maharashtra News: महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए एक फुलप्रूफ योजना बनाने के लिए कहा है, जो 30 जून से शुरू होने वाली है. सूत्रों ने आगे कहा कि मंत्रालय ने 40,000 से अधिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों और अर्धसैनिक बलों के अन्य जवानों को भी तैनात करने का निर्देश दिया है.
तीर्थयात्रा के लिए पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू होगा
वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू होगा. यात्रा के दौरान, सभी पंजीकृत तीर्थयात्रियों को एक आरएफआईडी टैग दिया जाएगा, जो हर समय व्यक्ति का सटीक स्थान सुनिश्चित करेगा. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने हाल ही में कहा था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, क्योंकि इन प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल फर्जी खबरें बनाने और केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी इको-सिस्टम को जिंदा रखने के लिए किया जा सकता है.
दो साल के बाद हो रही है यात्रा
2022 की यात्रा कोविड-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद हो रही है. केंद्र शासित प्रदेश के अधिकारियों ने कहा है कि वे एक बड़े फुटफॉल की उम्मीद करते हैं क्योंकि वर्तमान में महामारी कम हो रही है. जिसके कारण भक्तों के लिए ठहरने के शिविरों की संख्या बढ़ा दी गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अमरनाथ यात्रा की तैयारी की समीक्षा कर सकते हैं. हिमालय की गुफा में 43 दिवसीय तीर्थयात्रा 11 अगस्त को समाप्त होगी. अमरनाथ यात्रा के लिए देश भर से लोग दर्शन करने के लिए जाते है. साथ ही अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका बनी रहती है..
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