Maharshtra News: किसानों को बकाया लोन चुकाने में राहत दे सकती है महाराष्ट्र सरकार, जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री
Maharshtra News: सीएम ठाकरे ने कहा, "सत्ता में आने पर 2 लाख का कर्ज माफ करना हमारा पहला वादा था, जिसे हमने पूरा किया. हम लोन बकाया चुकाने वाले किसानों को प्रोत्साहन देने की भी योजना बना रहे...
Maharshtra Farmers: महाराष्ट्र के किसानों के लिए खुशखबरी है. जिन किसानों ने दो लाख तक का लोन के बाद उसे जमा कर रहे हैं या अभी जमा नहीं किया है. उद्धव ठाकरे सरकार ऐसे किसानों का लोन माफ कर सकती है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने सोमवार को संकेत दिया कि सरकार उन किसानों को लोन माफी देने पर विचार कर रही है जिन्होंने या तो अपना बकाया लोन जमा नहीं किया है या जिनके पास 2 लाख रुपये से अधिक का लोन है साथ ही जो दिसंबर 2019 में घोषित सरकार की ऋण माफी योजना के लाभार्थी नहीं हैं.
हमने वादा पूरा किया- उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र विश्वविद्यालय स्वास्थ्य विज्ञान (एमयूएचएस) में तीन साल के लिए राज्य स्तरीय कृषि पुरस्कारों के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, "सत्ता में आने के बाद (2019 में) 2 लाख रुपये का कर्ज माफ करना हमारा पहला वादा था, जिसे हमने पूरा किया. हम लगातार रूप से अपना लोन बकाया चुकाने वाले किसानों को कुछ प्रोत्साहन देने की भी योजना बना रहे थे. लेकिन कोविड महामारी के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति के कारण हम ऐसा नहीं कर सके. लेकिन अब हम इसे करेंगे."
कदम दर कदम आगे बढ़ रहे- अजीत पवार
2017, 2018 और 2019 के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार 198 किसानों को दिया गया. इसमें से 23 किसान नासिक से हैं. यह पुरस्कार राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हाथों भेजे गए थे. सीएम ठाकरे के अलावा, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपने संबोधन में उन किसानों को राहत देने का संकेत दिया, जिनकी ऋण राशि 2 लाख रुपये से अधिक है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को राजकोषीय और राजस्व को देखने की जरुरत है. "राज्य सरकार ने 2 लाख रुपये का कर्ज माफ किया है. हम कदम दर कदम आगे बढ़ रहे हैं. राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ, हम जल्द ही इस पर निर्णय लेंगे. वादा है कि प्रमुख मुख्यमंत्री ने पदभार ग्रहण करते हुए जो वादा किया था, उसे जल्द पूरा किया जाएगा."
महाराष्ट्र को कृषि राजधानी बनाना पर काम हो- कोश्यारी
इस दौरान महाराष्ट्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि, "कृषि विश्वविद्यालयों को किसानों के फायदे के लिए अपनी नई खोज को तेज करने के को कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि "महाराष्ट्र देश की वित्तीय राजधानी है. महाराष्ट्र के विश्वविद्यालयों और किसानों को राज्य को देश की कृषि राजधानी बनाना पर काम करना चाहिए."