Maharashtra Health Workers Gradation: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट (Cabinet) में एक अहम फैसला लिया गया. इसमें महाराष्ट्र सरकार कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले पैरामेडिक्स, आशा वर्कर्स और अन्य की श्रेणियां तय करेगी, जिन्होंने कोरोना महामारी (Coroana Pandemic) महामारी के दौरान काम किया था. महाराष्ट्र सीएमओ (CMO) के बयान के अनुसार शिंदे सरकार के इस फैसले से उन्हें भर्ती प्रक्रिया के दौरान मदद मिलेगी. यह फैसला सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया.


महाराष्ट्र सीएमओ की तरफ से जारी हुए बयान में कहा गया कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान बड़ी संख्या में संविदा पर काम करने वाले लोग- पैरामेडिकल स्टाफ, आशा, आंगनवाड़ी और अन्य सहयोगी कार्यकर्ता लड़ाई में सबसे आगे थे. इस बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्य सचिव को इन कर्मियों के लिए पोस्टिंग प्रक्रिया निर्धारित करने का निर्देश दिया है ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा भर्ती के दौरान उनके काम का एक नोट लिया जा सके. 


स्वास्थ्य विभाग की भर्ती में मिलेगी मदद


बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना के समय पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने काफी काम किया था जिसे लेकर महाराष्ट्र सरकार ने इन्हें ये सौगात दी है.  अब इन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा भर्ती के दौरान इन्हें काफी मदद मिलेगी. हाल ही में 6 सितंबर को महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के खिलाफ सोलापुर में युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभालने के बाद तानाजी सावंत ने पहली बार सोलापुर में स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की. इसी दौरान उद्धव ठाकरे गुट के युवा सेना कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की थी. हालांकि इस दौरान नारेबाजी कर रहे सभी कार्यकर्ताओं को मोहोल पुलिस ने हिरासत में ले लिया.


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