Maharashtra Gram Panchayat Result 2022: महाराष्ट्र में 7 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों पर चुनाव की काउंटिंग, BJP ने बनाई बढ़त
Maharashtra Gram Panchayat Result 2022: महाराष्ट्र में 18 दिसंबर को 7,135 ग्राम पंचायतों के लिए हुई वोटिंग के बाद आज वोटों की गिनती हुई. मतगणना का रिजल्ट यहां देखें.
ठाणे जिले में सीधे सरपंच पद के लिए 34 ग्राम पंचायतों में 114 उम्मीदवारों सहित 219 सदस्य सीटों के लिए 613 उम्मीदवारों के अंतिम परिणाम में बीजेपी का दबदबा रहा है. दिलचस्प बात यह है कि 42 ग्राम पंचायतों में से 6 निर्विरोध थे, जबकि दो स्थान सरपंच पद के लिए उम्मीदवारों के बिना आवेदन दाखिल किए ही रिक्त हैं. आज फाइनल रिजल्ट में बीजेपी गुट को सबसे ज्यादा 20 सीटों पर चुना गया. शिंदे समूह के 13 पैनल और ठाकरे समूह के पांच और दो निर्दलीय सरपंच चुने जाने के कारण भाजपा ने मुख्यमंत्री के जिले में पहला स्थान हासिल किया है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस ने सतारा जिले की कऱ्हाड तालुका के किवल ग्राम पंचायत में मंत्री शंभूराज देसाई को बड़ा झटका दिया. NCP यहां सभी 12 सीटों पर जीती है.
पुणे जिले में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने 221 ग्राम पंचायतों में से 92 पर कब्जा कर अपना गढ़ बरकरार रखा है. बीजेपी को सिर्फ 38 सीटों पर जीत मिली है.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ग्राम पंचायत चुनाव नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन को शानदार जीत मिली है. राज्य में 3 हजार 29 ग्राम पंचायतें हैं. उन्होंने कहा है कि हम पूरे विदर्भ, कोंकण में फैल गए हैं.
लातूर ग्राम पंचायत चुनाव में बीजेपी ने जीत हासिल की है.
निर्विरोध 16 ऑलराउंडर
बीजेपी 153
कांग्रेस 73
राष्ट्रवादी 42
उद्धव सेना 16
शिंदे सेना 03
मनसे 03
42 अन्य
सरपंच रिक्ति 03
सतारा के फलटण में 24 में से 20 ग्राम पंचायतों पर एनसीपी का कब्जा.
जौखेड़ा गांव से रावसाहेब दानवे के साले सुमन दानवे जीते
बीजेपी नेता पंकजा मुंडे का कहना है कि बीड जिले में बीजेपी का पलड़ा भारी है.
राज ठाकरे की पार्टी मनसे के 8 सदस्य जीत गए हैं. पालघर जिले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को सफलता मिली है. यहां मनसे के 17 सदस्यों में से 8 ने जीत दर्ज की.
अब तक के नतीजों में बीजेपी-एकनाथ शिंदे गुट महाविकास अघाड़ी पर भारी पड़ रहा है. एनसीपी को 586, उद्धव शिवसेना को 347, कांग्रेस को 367 सीटों पर कुल 1300 सीटों पर जीत मिली है, जबकि बीजेपी और शिंदे गुट 1309 सीटें जीतने में सफल हुआ है.
रत्नागिरी के दापोली तालुक में विधायक योगेश कदम का दबदबा साफ नजर आया. यहां शिवसेना के शिंदे गुट ने 14 ग्राम पंचायतों पर जीत हासिल की है, जबकि दो ग्राम पंचायतों वेलवी और कलंबट में उद्धव ठाकरे गुट को सफलता मिली है.
पालघर जिले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को अच्छी भारी सफलता मिली. यहां मनसे के 17 सदस्यों में से आठ ने जीत दर्ज की है. सतपति ग्राम पंचायत में मनसे ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक उरान की छह में से तीन सीटों पर बीजेपी ने कब्जा किया है. यहां बीजेपी ने डोंगरी, सारडे और रणसाई ग्राम पंचायतों को जीता है.
अब तक के नतीजों में बीजेपी स्थानीय स्तर पर सबसे आगे रही है. जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दूसरे स्थान पर नजर आ रही है.
सुबह 11 बजे के करीब 921 ग्राम पंचायतों के नतीजे आ चुके हैं. इनमें से बीजेपी ने 236 ग्राम पंचायतें जीतकर बढ़त बना ली है. वहीं, 167 ग्राम पंचायतों पर एनसीपी का कब्जा हैं. जबकि, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट में कौन जीत रहा है, इस पर भी सबकी नजर टिकी हुई है.
कोल्हापुर जिले में 43 ग्राम पंचायत ऐसे हैं, जहां इसके सदस्य निर्विरोध चुने गए. जबकि चंदगद तालुका की 40 ग्राम पंचायतों की सात पदों पर उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए, वहीं छह ग्राम पंचायतों में बीजेपी को जीत मिली.
पहली बार साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर की 'शिव शक्ति-भीमशक्ति अघाड़ी' को अकोला जिले की बोंदरखेड ग्राम पंचायत में जीत मिली है। अघाडी के सभी सातों सदस्य विजयी हुए हैं.
सिल्लोड में शिंदे गुट ने 18 ग्राम पंचायतों में से 15 ग्राम पंचायतों पर जीत हासिल की. वहीं 3 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है, यहां से महाविकास अघाड़ी एक भी सीट नहीं जीत सकी.
शिवसेना की बगावत के बाद राज्य में पहली बार ग्राम पंचायत चुनाव हुए. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट का समर्थन बढ़ता दिख रहा है. ठाकरे गुट बैकफुट पर है, इसलिए सबकी निगाहें इस बात पर है कि ग्राम पंचायत चुनाव में कौन सा गुट जीतता है.
यवतमाल तालुका के बोथबोडन ग्राम पंचायत में परिवर्तन पैनल द्वारा चार उम्मीदवारों का चयन किया गया है, जबकि इसी पैनल के 22 वर्षीय युवा मारोती कांबले को सरपंच पद के लिए चुना गया है. इस ग्राम पंचायत में अब तक विभिन्न दलों की सत्ता थी, लेकिन विकास नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने परिवर्तन पैनल बनाया और अब इस पैनल से सरपंच सहित तीन सदस्य चुने गए हैं.
कांग्रेस के पूर्व विधायक सिद्धाराम म्हात्रे के समर्थक ज्योति डोंगराजे ने यहां 400 वोटों से जीत हासिल की.
यवतमाल जिले में दिगरास तालुका की लिंगी ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए शिंदे गुट के उम्मीदवार की जीत हुई.
स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के निर्वाचन क्षेत्र वेंगुरले तालुका में पहला नतीजा बीजेपी के पक्ष में आया.
महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले का दावा, उनकी पार्टी के 259 और शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के समर्थित 40 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है.
यवतमाल तालुका के रामनगर ग्राम पंचायत में 45 साल बाद पहली बार कमल खिला है. यहां कांग्रेस 45 साल से सत्ता में थी.
महाबलेश्वर तालुक लखवाड़ ग्राम पंचायत से शिवसेना शिंदे ग्रुप की सरपंच रूपाली संकपाल जीतीं. जबकि वेंगल ग्राम पंचायत से शिंदे समूह की सरपंच शोभा संकपाल जीतीं.
कलाब तंदुलवाड़ी में कांग्रेस का खाता खुला.
जालना जिले की आष्टी ग्राम पंचायत में बीजेपी की सरपंच प्रत्याशी शोभा मधुकर मोरे ने जीत हासिल की.
नासिक जिले का पहला परिणाम आया है. महाराष्ट्र के नासिक जिले के नासिक तालुका के यशवंतनगर ग्राम पंचायत में बीजेपी का खाता खुल गया है.
महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए सुबह 8 बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू हुई.
महाराष्ट्र में 7 हजार 135 ग्राम पंचायतों के लिए 18 दिसंबर को वोटिंग हुई थी.
बैकग्राउंड
Gram Panchayat Result 2022: महाराष्ट्र में 18 दिसंबर को 7,135 ग्राम पंचायतों के लिए वोटिंग हुई थी. वहीं चुनाव के बाद से राज्य की जनता हार जीत को लेकर नजरें गड़ाए हुए हैं, जिसका इंतजार आज खत्म हो रहा है. मतदान के बाद आज यानी मंगलवार वोटों की गिनती हुई. गिनती से पहले जहां मतदाता अपने उम्मीदवार की जीत को लेकर उत्साहित दिखे. वहीं ग्राम पंचायत के लिए चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार भी खुश दिखे.
दरअसल, महाराष्ट के 7,135 ग्राम पंचायतों के लिए 18 दिसंबर को सुबह 7.30 बजे से शाम 5.30 बजे वोट डाले गए थे. चुनाव आयोग के अनुसार शाम तक 74 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था. चुनाव में अपने उम्मीदवार को जीतने के लिए लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था. वहीं महाराष्ट्र में यह चुनाव एक तरह से मिनी चुनाव के तौर पर देखा जा रहा है.
क्या है इस चुनाव के मायने
दरअसल, इस चुनाव में जीतने वाले उम्मीदवार कुछ हद तक लोकसभा या विधानसभा के चुनाव में उम्मीदवारों का फैसला करते हैं. ऐसे में यह कहना गलात नहीं होगा कि इस चुनाव के परिणाम को लेकर जहां चुनाव लड़ने वाला उम्मदीवार जीत को लेकर आस लगाए हुए है. वहीं शिंदे गुट और उद्धव गुट के नेताओं की भी नजरें हैं. क्योंकि 7,135 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार में दोनों गुट के हैं.
इन ग्राम पंचायतों में हुई थी वोटिंग
इन ग्राम पंचायतों में ठाणे (35), पालघर (62), रायगढ़ (191), रत्नागिरी (163), सिंधुदुर्ग (291), नासिक (188), धुले (118), जलगाँव (122), अहमदनगर (195), नंदुरबार (117), पुणे (176), सोलापुर (169) और सतारा (259), सांगली (416), कोल्हापुर (429), औरंगाबाद (208), बीड (671), नांदेड़ (160), उस्मानाबाद (165), परभणी (119), जालना (254), लातूर (338), हिंगोली (61) शामिल हैं। इनके अलावा अमरावती (252), अकोला (265), यवतमाल (93), बुलढाणा (261), वाशिम (280), नागपुर (234), वर्धा (111), चंद्रपुर (58), भंडारा (304), गोंदिया (345), गढ़चिरौली (25) शामिल हैं.
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