Maharashtra News: केंद्र की ओर से वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) पेश किए जाने के बाद से हर तरफ वक्फ बोर्ड को लेकर चर्चा चल रही है. इस बीच महाराष्ट्र के वक्फ बोर्ड को लेकर हैरान करने वाली जानकारी सामने आ रही है. जिसमें यह पता चलता है कि यहां वक्फ बोर्ड के पास मस्जिद से ज्यादा खेती करने वाली जमीन है. 


हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में वक्त बोर्ड की जमीनों में एक तिहाई हिस्सा खेती योग्य भूमि का है. साल 2020 के आंकड़े के मुताबिक वक्फ बोर्ड के पास कृषि से संबंधित संपत्ति 9437 थी, जबकि मस्जिद के लिए 6436 संपत्ति है. 


इस रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी गई है कि वक्फ बोर्ड के पास मकान, दुकान, दरगाह, मजार, मकबरा, श्मशान, मदरसा, स्कूल से जुड़ी कितनी संपत्तियां हैं. दरअसल यह जानकारी अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के शहरी वक्फ संपत्ति विकास योजना की रिपोर्ट से सामने आई है. 


केवल एक प्रतिशत संपत्ति का ही भरा टैक्स
वक्फ मैनेजमेंट सिस्टम ऑफ इंडिया की जुलाई 2024 की रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल वक्फ 8419 संपत्तियों ने ही 2020-21 का रिटर्न फाइल किया था जो कि पूरी संपत्ति का केवल एक प्रतिशत है. इसमें भी कुल आय केवल 95 करोड़ ही दिखाई गई थी.


महाराष्ट्र में वक्फ की इतनी संपत्तियां
विस्तृत रिपोर्ट के मुताबिक वक्फ के पास कृषि योग्य 9437 संपत्ति, मस्जिद से जुड़ी 6436 संपत्ति, मकान 3022, दुकान 2105, खाली जमीन 2039, दरगाह/मजार/मकबरा 2015, कब्रिस्तान 1500, मदरसा 904, स्कूल 73 हैं जबकि अन्य चीजों में इस्तेमाल होने वाली संपत्तिया 2372 हैं.


वक्फ पर सरकार का संशोधन विधेयक
बता दें कि केंद्र सरकार ने हाल ही में वक्फ एक्ट 1995 के प्रावधानों में संशोधन के लिए विधेयक पेश किया है. हालांकि इस पर चर्चा के लिए इसे संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के पास भेज दिया गया. इस विधेयक के वक्फ एक्ट में कई बदलाव किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है जिसमें बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्य की नियुक्त भी शामिल है. इस विधेयक का विपक्ष विरोध कर रहा है. 


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